सांसद को झारखंड से आई थी साइबर ठग की कॉल, देवघर में बैठे हैं हैकर
मेरठ सांसद राजेंद्र अग्रवाल को ठगी की कॉल करने वाले की लोकेशन का पता चल गया है। सांसद को झारखंड के देवघर से कॉल कर उनके एटीएम कार्ड की डिटेल पूछी गई थी।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 05:13 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 05:13 PM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। खुद को पार्लियामेंट की एसबीआइ ब्रांच का कर्मचारी बताकर भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल से ठगी की कोशिश करने वाले साइबर हैकर का सुराग लग गया है। साइबर सेल की जांच में पता चला है कि झारखंड के देवघर से सांसद को फर्जी कॉल की गई थी। मेरठ पुलिस ने झारखंड पुलिस से संपर्क साधा है।
सर्विलांस पर लिया गया नंबर
मामला सांसद से जुड़ा होने के कारण पुलिस भी तेजी से कार्रवाई कर रही है। शिकायत के तुरंत बाद सांसद के मोबाइल पर जिस नंबर से कॉल की गई थी उसे सर्विलांस पर लगा दिया गया था। पता चला कि यह नंबर कोलकाता के नूर मलिक के नाम है। देवघर में इस नंबर का प्रयोग हो रहा है। सांसद के अलावा अन्य दर्जनों नंबरों पर भी इस नंबर से कॉल की गई है।
खाते के साथ सिम भी किराये पर
एसपी क्राइम डा. बीपी अशोक का दावा है कि झारखंड के घने जंगलों के बीच बसे देवघर से ठगी का बड़ा धंधा चलता है। ऑनलाइन ठगी के ज्यादातर मामलों को वहीं से अंजाम दिया जा रहा है। बैंक खातों को ये लोग किराये पर लेते हैं, जिसमें नकदी का लेन-देन करते हैं। आशंका है कि अब साइबर हैकर मोबाइल सिम भी किराये पर लेने लगे हैं ताकि जांच में बच जाएं।
यह था मामला
सांसद राजेंद्र अग्रवाल के मोबाइल पर गुरुवार शाम 4.16 बजे कॉल आई। कॉलर ने खुद को एसबीआइ की पार्लियामेंट ब्रांच का कर्मचारी राहुल शर्मा बताते हुए उनके एटीएम कार्ड की डिटेल जानने की कोशिश की। शक होने पर सांसद ने कॉल काट दी और मेडिकल थाने में तहरीर दी।
सर्विलांस पर लिया गया नंबर
मामला सांसद से जुड़ा होने के कारण पुलिस भी तेजी से कार्रवाई कर रही है। शिकायत के तुरंत बाद सांसद के मोबाइल पर जिस नंबर से कॉल की गई थी उसे सर्विलांस पर लगा दिया गया था। पता चला कि यह नंबर कोलकाता के नूर मलिक के नाम है। देवघर में इस नंबर का प्रयोग हो रहा है। सांसद के अलावा अन्य दर्जनों नंबरों पर भी इस नंबर से कॉल की गई है।
खाते के साथ सिम भी किराये पर
एसपी क्राइम डा. बीपी अशोक का दावा है कि झारखंड के घने जंगलों के बीच बसे देवघर से ठगी का बड़ा धंधा चलता है। ऑनलाइन ठगी के ज्यादातर मामलों को वहीं से अंजाम दिया जा रहा है। बैंक खातों को ये लोग किराये पर लेते हैं, जिसमें नकदी का लेन-देन करते हैं। आशंका है कि अब साइबर हैकर मोबाइल सिम भी किराये पर लेने लगे हैं ताकि जांच में बच जाएं।
यह था मामला
सांसद राजेंद्र अग्रवाल के मोबाइल पर गुरुवार शाम 4.16 बजे कॉल आई। कॉलर ने खुद को एसबीआइ की पार्लियामेंट ब्रांच का कर्मचारी राहुल शर्मा बताते हुए उनके एटीएम कार्ड की डिटेल जानने की कोशिश की। शक होने पर सांसद ने कॉल काट दी और मेडिकल थाने में तहरीर दी।
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