भावी इंजीनियर और डॉक्टर्स का भविष्य बनाने एक हुए मेरठ के गुरुजन
मेरठ। मेरठ में अलग-अलग विषय के ख्याति प्राप्त सर्वोत्तम गुरुओं से कोचिंग लेने के लिए इंजीनियरिंग एवं
मेरठ। मेरठ में अलग-अलग विषय के ख्याति प्राप्त सर्वोत्तम गुरुओं से कोचिंग लेने के लिए इंजीनियरिंग एवं मेडिकल छात्रों को एक जगह से दूसरे जगह पर भटकना पड़ता है। जिससे विद्यार्थियों को शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है। उनका बहुमूल्य समय एवं ऊर्जा एक कोचिंग से दूसरे कोचिंग तक जाने, पार्किंग में वाहन खड़ा करने एवं अगले बैच में सीट लेने की जद्दोजहद में व्यर्थ हो जाता है। एकाग्रता नहीं बन पाती है। जिसका असर परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से उनके सलेक्शन पर पड़ता है। मेधावी बच्चों को इन तमाम परेशानियों से राहत देने के लिए मेरठ के शिक्षकों ने एक अनोखी पहल करते हुए हाथ मिलाया है।
मेरठ क्षेत्र से आईआईटी, एम्स, नीट आदि प्रवेश परीक्षाओं में सर्वाधिक चयन करवाने एवं विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की कोचिंग लेने में शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक परेशानियों से बचाने के लिए मेरठ शहर में वषरें से विभिन्न विषयों की कोचिंग देने वाले गुरुओं ने एक नया प्लेटफार्म तैयार किया है। सभी ने मिलकर एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी एक्सलियों एडुकेयर की स्थापना की है। जिसके अंतर्गत मेरठ में पी एल शर्मा रोड पर डॉक्टर एवं इंजीनियर्स प्वाइंट के नाम से दो केंद्र खोले गए हैं। अब विद्यार्थी निर्धारित समय पर अपने-अपने क्लास रूम में आकर एक ही छत के नीचे फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ और बायो की पढ़ाई कर सकेंगे। विभिन्न विषयों में सामंजस्य स्थापित होने से सिलेबस भी समय से पूर्व 15 जनवरी तक पूर्ण हो जाएगा एवं संपूर्ण सिलेबस के रिवीजन, मॉक टेस्ट एवं ऑल इंडिया टेस्ट सीरीज के लिए लगभग तीन महीने का समय मिलेगा जो सिलेक्शन में अति महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। शिक्षकों का कहना है कि आज के दौर में अलग-अलग स्थानों में कोचिंग लेने में होने वाले समय की बर्बादी से सिलेबस पूर्ण होने में मार्च तक का समय लग जाता है। विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों की कोचिंग एक ही जगह मिलने के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता का स्टडी मटेरियल, क्वेश्चन बैंक, वीकली मंथली टेस्ट, लाइब्रेरी, क्लासरूम, ऑडियो वीडियो लेक्चर की सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही एडमिशन से पहले बच्चों का एक टेस्ट लिया जाएगा जो बच्चा जितने परसेंट अंक हासिल करेगा उसे फीस में उतने परसेंट स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाएगी। इससे छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी। एक साथ यह प्रयास करने वालों में वी 5 एकेडमी के निदेशक आशीष सिंह, ज्ञान अन्वेषण के निदेशक इंजीनियर आर डी सरन, गुरु द्रोणाचार्य के निदेशक विजय अरोड़ा, मैथ जॉन के निदेशक इंजीनियर मेहताब सिंह देओल, बायोकेम के निदेशक कर्मवीर सिंघल आदि शामिल है। इन शिक्षकों के अलावा छात्रों के डाउट क्लियर करने व अन्य सहायता के लिए विशेषज्ञ के तौर पर डॉक्टर बासोया डिपार्टमेंट ऑफ केमिस्ट्री से इंजीनियर अभिलाष झा, इंजीनियर भूदेव जिंदल, डॉ आकाक्षा नागर, अर्चिता सेठी, इंजीनियर रवि बागर आदि मौजूद रहेंगे। इस सत्र में मेरठ के करीब 1000 छात्रों को इससे लाभ मिलेगा।