कोरियोग्राफर ने सिखायीं नृत्य की बारीकियां..स्टेप्स के बारे में समझाया
मवाना के बाल भारती पब्लिक स्कूल की ओर से आयोजित वर्चुअल समर कैंप के द्वितीय चरण में शुक्रवार को नृत्य की विभिन्न विधाएं सिखाई गई।
मेरठ, जेएनएन। मवाना के बाल भारती पब्लिक स्कूल की ओर से आयोजित वर्चुअल समर कैंप के द्वितीय चरण में शुक्रवार को नृत्य की विभिन्न विधाएं सिखाई गई।
विद्यालय में वर्चुअल समर कैंप के द्वितीय चरण में डांस क्लास का आयोजन कोरियोग्राफर रजनी नौटियाल के द्वारा किया गया, जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कोरियोग्राफर द्वारा बच्चों को नृत्य की विभिन्न विधाओं से संबंधित स्टेप तथा विभिन्न फिल्मी गानों पर नृत्य करना सिखाया गया। कोरियोग्राफर ने बच्चों को बताया कि नृत्य से बच्चों में शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार का विकास होता है। नृत्य की विभिन्न विधाएं हमें स्वास्थ्य के साथ-साथ आनंद भी प्रदान करती हैं। इस प्रकार के आयोजन से होनहार बच्चों को आगे बढ़ने के बेहतर अवसर भी प्राप्त होते हैं
डांस क्लास के उपरांत बच्चों द्वारा विभिन्न मनमोहक नृत्य की वीडियो फोटो विद्यालय को वाट्सएप के माध्यम से प्रेषित किए गए। इस मौके पर आयुषी, स्मृति ,जोया, भानुप्रताप, तनु, रिदम, रिया, दिव्या, उन्नति, कीíत, सारा, कशिश, किजल, काव्य, आन्या, प्रज्ञा, अनन्या, सिद्धि, आरवी, मिष्ठी, एंजेल पावनी, केशव, योग्य, भावी, वंशिका, आध्या, नव्या, आर्यन, गर्व , आरव, गौरांश, अलजारा, अयांश, इजना, शिफा, इशानी, कृष्णा, युवराज, माधव, इशिक, जयश्री आदि विद्याíथयों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
शहीद सतीश मावी की पांचवीं पुण्यतिथि मनाई : परीक्षितगढ़ में कश्मीर के पोंपोर में पांच वर्ष पूर्व आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए गांव बली निवासी सतीश चंद मावी की शुक्रवार को पांचवीं पुण्य तिथि मनाई गई। स्वजन व ग्रामीणों ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अíपत की ।
गांव बली निवासी सीआरपीएफ के जवान सतीश मावी पुत्र सतपाल मावी 25 जून 2016 में पोंपोर कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। मुठभेड़ में सतीश ने दो आतंकवादियों को ढेर किया था, जबकि सतीश मावी के साथ चार अन्य जवान भी शहीद हुए थे। शहीद की गांव बली में स्मृति स्थल बना है, जहां उनके शहीद दिवस पर हर वर्ष उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।
शुक्रवार को ग्राम प्रधान कालूराम, शहीद के पुत्र वैभव मावी, जितेंद्र सिंह, अमरीश मावी, अशोक मावी, आलोक मावी, श्रषिपाल सिंह आदि ने शहीद को याद किया। शहीद के पिता सतपाल मावी व मां बाला देवी गांव में ही रहते है व पत्नी सावित्री मेरठ में रहती हैं, जहां उनके एक पुत्र व दो पुत्रियां आर्मी स्कूल में पढ़ रहे हैं।