जूते पर लगा खून, तलवे में फंसी बजरी..ये सबूत काफी हैं
अमित चौधरी की हत्या में गांव के ही पिता-पुत्र को नामजद कर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। आरोपितों के जूतों पर खून के निशान और बजरी भी फंसी मिली है। लिहाजा पुलिस इन दोनों चीजों को हत्यारोपितों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मानकर चल रही है।
मेरठ । अमित चौधरी की हत्या में गांव के ही पिता-पुत्र को नामजद कर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। आरोपितों के जूतों पर खून के निशान और बजरी भी फंसी मिली है। लिहाजा पुलिस इन दोनों चीजों को हत्यारोपितों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मानकर चल रही है। दोनों के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए गए हैं। हालांकि, ग्रामीणों के इनपुट के बाद पुलिस संपत्ति विवाद से जोड़कर भी मामले की जांच कर रही है।
घटनास्थल से सुबूत जुटाने के बाद क्राइम ब्रांच ने आरोपित राजू का घर खंगाला। घर में एक जोड़ी जूते रखे मिले, जिन पर खून के निशान लगे मिले। परिवार की महिलाओं ने बताया कि उक्त जूतों को राजू और उसका बेटा सीटू दोनों पहनते थे। जूते के तलवे में बजरी भी फंसी मिली। पुलिस को अंदेशा है कि उक्त बजरी घटनास्थल के पास स्थित हॉट मिक्स प्लांट की है। इसके अलावा पुलिस को राजू के घर की सीढि़यों पर भी खून के निशान मिले। जिसके बाद फोरेंसिक टीम बुलाकर ब्लड सैंपल व जूते कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिए गए।
करीबी थे हत्यारे, पल-पल की जानकारी
हत्यारों को पता था कि अमित किस समय खेत पर जाता है और किस समय लौटता है। इस दौरान वह अकेला होगा या कोई साथ होगा। इसकी भी जानकारी थी। अमित की हत्या तब की गई, जब वह खेत पर अकेला था। इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि हत्यारे अमित के करीबी थे।
रिश्ते वाले आ रहे थे, मातम में बदल गई खुशियां
अमित की शादी हो चुकी थी, लेकिन करीब ढाई साल पहले पत्नी से संबंध विच्छेद हो गया। कुछ दिन से उसके रिश्ते की बात चल रही थीं। रविवार को बुलंदशहर से रिश्ते वाले आने थे। घर में मेहमानों की आवभगत की तैयारी चल रही थीं। लेकिन मेहमानों के आने से कुछ समय पहले ही उसकी हत्या कर दी गई। जिससे रिश्ते की खुशियां मातम में बदल गईं।
बुग्गी पर मिलीं मूंगफली-गज्जक
परिजनों के मुताबिक अमित को मूंगफली व गजक खाने का शौक था। वह जह भी खेत पर जाता उक्त दोनों चीजें खरीदकर ले जाता। रविवार को हत्या के बाद भी भैंसा-बुग्गी पर मूंगफली और गजक पड़ी मिलीं।
इनसेट .
संपत्ति विवाद का कनेक्शन भी टटोल रही पुलिस
अमित चौधरी अपने माता-पिता के साथ रहता था, जबकि उसका छोटा भाई ललित मेरठ से बाहर रहकर टैक्सी चलाता है। ग्रामीणों के मुताबिक ललित अपने हिस्से की अधिकांश जमीन बेच चुका है। उसकी नजर अब भाई अमित की जमीन पर थी। सूत्रों के मुताबिक उसने कई बार जमीन अपने नाम कराने की कोशिश की, लेकिन अमित ने साफ इन्कार कर दिया। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने संपत्ति विवाद की दिशा में भी जांच शुरू कर दी है।
इन्होंने कहा--
हत्यारोपितों के घर से मिले जूतों पर खून व तलवे में बजरी फंसी मिली है। ये हत्यारोपितों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। दोनों के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।
रणविजय सिंह, एसपी सिटी