थप्पड़ को चार और तान्हाजी को मिले 14 दर्शक, मलंग का शो खाली
कोरोना काल में सात माह से बंद पड़े सिनेमाहाल गुरुवार को खुल गए।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना काल में सात माह से बंद पड़े सिनेमाहाल गुरुवार को खुल गए। नई फिल्म का इंतजार कर रहे सिने प्रेमियों को पुरानी फिल्म देखने पर निराशा हुई। वहीं सिनेमाहाल संचालकों को भी दर्शकों की कम संख्या ने परेशान किया। जिला प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद सिर्फ आइनोक्स ने पांच शो के साथ सिनेमाहाल खोला। अन्य सिनेमाहाल संचालकों ने बताया कि शेड्यूल और अन्य तैयारी पूरी न होने की वजह से उन्हें अभी कुछ और समय लगेगा।
नियमों का किया पालन
आइनोक्स सिनेमा में पहले दिन चार शो चलाए गए। इनमें फिल्म तान्हाजी के दो, थप्पड़ का एक और ब्लडशाट का भी एक शो चलाया गया। एक भी दर्शक न होने की वजह से फिल्म मलंग का शो नहीं चलाया गया। इन चार शो में कुल बीस दर्शकों ने फिल्म देखी। सिनेमाहाल में बिना मास्क के दर्शकों को प्रवेश नहीं दिया गया। प्रवेश द्वार पर ही दर्शकों की थर्मल स्कैनिंग की गई, साथ ही सैनिटाइज भी किया गया। सिनेमा मैनेजर मनोज मिश्रा ने बताया कि प्रवेश द्वार पर सभी का नाम, मोबाइल नंबर, पता और तापमान रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है।
आज का फिल्म शेड्यूल
आइनोक्स
तान्हाजी- 2.30, 5.45
थप्पड़- 3.20
मलंग- 5.00
ब्लडशाट-6.45
रीगल
सिम्बा- 10.00, 1.00, 4.00, 7.00
नदंन
सिम्बा- 12.30, 6.30
कमांडो 3- 3.30, 9.30 अभी और करना होगा इंतजार
अप्सरा के डायरेक्टर अनुपम गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को फिल्म शेड्यूल तय करने के बाद शनिवार को सिनेमाहाल खोल दिया जाएगा। वहीं, वेव सिनेमा के संजीव वर्मा ने कहा कि फिलहाल शेड्यूल का निर्णय नहीं हो पाया है, लिहाजा कुछ और दिन लग सकते हैं। नंदन के देवेश त्यागी और रीगल के रमेश गोयल ने बताया कि उनके यहां इसी शुक्रवार से फिल्मों का प्रदर्शन शुरू हो जाएगा। मिलांज पहले ही अगले सप्ताह शुक्रवार को सिनेमाहाल खोलने का फैसला कर चुका है।
बड़ी दूर से आया हूं
50 साल के राजकुमार गौतम हापुड़ से खासतौर पर तान्हाजी फिल्म देखने पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह माह में दो-तीन फिल्म देख लेते हैं। सात माह से वह सिनेमाहाल खुलने का इंतजार कर रहे थे। इसलिए पहले दिन अकेले ही फिल्म देखने निकल पड़े।
फिल्म के बिना हुए बोर
मुजफ्फरनगर के यश और विक्रांत दोस्त हैं। दोनों रिश्तेदारी में मेरठ आए थे। यश का कहना था कि वह हर महीने सात से आठ फिल्में देखते थे। अब सात महीने बाद सिनेमा देखा है। ऐसे में पहले दिन और पहला शो वह कैसे छोड़ सकते थे। इसलिए एक बार फिर तान्हाजी फिल्म ही देखने चले आए।