Teachers Dharna: मेरठ में सीसीएसयू परिसर में डिग्री कालेजों के शिक्षकों ने किया प्रदर्शन, रखीं गईं ये मांगे
Teachers Dharna मेरठ के शिक्षक लंबे समय से अपनी मांगों को उठा रहे हैं। शिक्षक सीसीएसयू परिसर में मंगलवार को कार्य बहिष्कार पर रहे। विश्वविद्यालय परिसर में जुटे शिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नारेबाजी की। कुलपति ने भी धरने को संबोधित किया।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Teachers Dharna मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों के शिक्षक मंगलवार को कार्य बहिष्कार पर रहे। विश्वविद्यालय परिसर में जुटे शिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नारेबाजी की। शिक्षक नेताओं ने धरने में विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों के शिक्षकों की पुरानी पेंशन लागू करने की मांग की। शिक्षकों के धरने को सीसीएसयू के कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने भी संबोधित किया।
ये हैं शिक्षकों की मांगें
इसके साथ ही यूजीसी नियमावली के अनुसार प्रोफेसर पद देने, करियर एडवांस योजना का लाभ देने, सेवानिवृत्त की आयु सीमा 65 वर्ष करने, कैशलेस मेडिकल सुविधा शुरू करने, सामूहिक जीवन बीमा योजना लागू करने की आदि अन्य कई मांग की। शिक्षकों ने कहा है कि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे।
कुलपति ने कहा
शिक्षकों के धरने में पहुंचे कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने कहा कि शिक्षकों की जो भी मांग है, उसका निराकरण विश्वविद्यालय स्तर पर नहीं होगा। उनकी मांग पत्र को शासन को भेज दिया जाएगा। उम्मीद है कि शासन उस पर विचार करेगा। धरने को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (मूटा) के पदाधिकारियों ने संबोधित किया।
प्रोफेशनल कालेजों में शुरू नहीं हुई क्लास, 250 को नोटिस
मेरठ जनपद के प्रोफेशनल कालेज अभी भी कोरोना संक्रमण के खौफ में जी रहे हैं कालेजों में क्लास शुरू नहीं की जा रही हैं। ऐसे 250 से अधिक कालेजों को जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया है। नोटिस में कहा गया है कि 75 फीसद से कम हाजिरी पर छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि मिल पाना संभव नहीं है।
75 फीसद उपस्थिति भी अनिवार्य
जिला समाज कल्याण अधिकारी मुश्ताक अहमद ने बताया कि विभाग के माध्यम से प्रोफेशनल कालेजों के विभिन्न श्रेणी के छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति प्रदान करता है। उसके लिए तमाम नियम कायदों और औपचारिकताओं के साथ साथ छात्र-छात्राओं की क्लास में 75 फीसद उपस्थिति भी अनिवार्य है। लेकिन जनपद में प्रोफेशनल कालेजों में मार्च 2020 के बाद से क्लास नहीं चल रही हैं।
कालेजों में हड़कंप
वर्तमान में सरकार ने जहां कोरोना की लगभग सभी पाबंदियों को समाप्त कर दिया है। सबकुछ अनलाक कर दिया है। इसके बाद भी कालेजों में क्लास नहीं चल रही हैं। इन हालात में 75 फीसद उपस्थिति पूरी नहीं हो पा रही हैं। ऐसे लगभग 250 से ज्यादा कालेजों को नोटिस जारी करके क्लास के संचालन के संबंध में जानकारी मांगी गई है। क्लास न शुरू करने पर जवाब भी मांगा गया है। उन्होंने संतोषजनक जवाब न मिलने पर कालेज का निरीक्षण करने की भी घोषणा की है। जिससे कालेजों में हड़कंप मचा है।