घर में पड़े झूले, खुद ही लगा ली मेहंदी
महिलाओं के सजने संवरने का पर्व है तीज। इस दिन महिलाएं मेहंदी बिंदी सिंदूर चूड़ी-कंगन और सोलह श्रृंगार कर अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
जेएनएन, मेरठ। महिलाओं के सजने संवरने का पर्व है तीज। इस दिन महिलाएं मेहंदी, बिंदी, सिंदूर, चूड़ी-कंगन और सोलह श्रृंगार कर अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना करती हैं। महिलाएं सखियों के संग झूला झूलती हैं, लेकिन इस साल कोरोना महामारी ने त्योहार का रंग फीका कर दिया है। महिलाएं कोरोना वायरस के भय से न मेहंदी लगवाने घर से निकलीं और न ही सैलून में सजने संवरने। तीज पर्व के लिए कई दिनों तक सैलून और बाजार में खरीदारी करने वाली महिलाएं इस बार घर में ही पर्व मनाएंगी। बुधवार को महिलाएं आवश्यक खरीदारी करने ही घरों से निकलीं और कुछ ही महिलाओं ने बाजार में मेहंदी लगवाई।
कोरोना काल में बदली त्योहार की रंगत
साड़ी की खरीदारी करने बाजार पहुंचीं बेगमबाग निवासी उषा शर्मा और दीपिका शर्मा का कहना है कि वह तीज पर्व पर हमेशा नई साड़ी खरीदती हैं, लेकिन इस बार सिर्फ परंपरा निभाने के लिए साड़ी की खरीदारी कर रही हैं। इस बार तो तीज पर भी पुरानी साड़ी ही पहनी जाएगी। नए परिधान पहनने में भी कोरोना वायरस का खतरा है।
फीके पड़े मेहंदी के रंग
सेंट्रल मार्केट में हर साल तीज पर्व पर मेहंदी लगाने वाले सुल्तान बताते हैं कि पिछले साल तक मेहंदी लगवाने वाली महिलाओं की लंबी लाइन लगा करती थी। हमारे पास घर पर मेहंदी लगाने के लिए भी ऑर्डर होते थे। लेकिन इस बार घर पर मेहंदी लगवाने का कोई ऑर्डर नहीं है और मेहंदी लगवाने क लिए भी कम ही महिलाएं निकल रही हैं।
सूने पड़े सैलून
तीज पर हर साल सैलून में महिलाओं की भीड़ रहा करती थी। वे फेशियल, वैक्सिंग, आइब्रो, मैनीक्योर, पैडीक्योर और हेयर कटिंग शौक से करवाती थीं। इस बार सैलून सूने पड़े रहे।
तीज पर बन रहा है शुभ संयोग
सूरजकुंड स्थित बाबा मनोहर नाथ मंदिर की महामंडलेश्वर नीलिमानंद महाराज के अनुसार हरियाली तीज पर इस बार शुभ संयोग बन रहा है। गुरुवार को तीज पर्व पड़ रहा है, और गुरु अपनी धनु राशि में हैं। यह पति का कारक भी होता है। वहीं, केतु अपने माघ नक्षत्र में गुरु के साथ बैठा हुआ है, जोकि शुभ फलदायी है। कोरोना महामारी का असर त्योहारों पर भी पड़ा है। तीज पर्व से कई दिन पहले ही मेहंदी और मेकअप की बुकिंग हो जाया करती थी। लेकिन इस बार मेहंदी लगवाने के लिए महिलाएं घर से नहीं निकलीं और न ही मेकअप की ही कोई बुकिंग है।
-सौरभ बिंदल, बी-ब्लांड सैलून दिल्ली रोड
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तीज पर्व के लिए महिलाएं साड़ी खरीदती हैं। लेकिन इस साल बाजार सूना पड़ा हुआ है। इस बार त्योहार पर दस फीसद व्यापार भी नहीं है।
-राजीव जायसवाल, कृष्णा साड़ी महल शारदा रोड
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लॉकडाउन के बाद त्योहारों से कुछ उम्मीद थी, लेकिन तीज से एक दिन पहले भी बाजार में रौनक नहीं है। महिलाएं आवश्यक सामान की खरीदारी ही कर रही हैं।
-कविता सैनी, उत्सव शॉपिंग सेंटर शारदा रोड तीज पर्व पर सबसे ज्यादा पायल और बिछुए खरीदे जाते हैं, लेकिन इस साल तीज का पर्व भी सूना ही निकल गया। लोग अब भी बाजार आने और खरीदारी करने से डर रहे हैं।
-संत कुमार वर्मा, संत ज्वेलर्स सराफा बाजार