आराम के मूड में नहीं है भाजपा, पंचायत चुनावों की जमीन बना गए बंसल Meerut News
विधानसभा उपचुनाव के बाद एमएलसी सीट पर जीत हासिल करने के बाद कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव के लिए रिचार्ज किया जा रहा है। मेरठ व गाजियाबाद में दस जिलों के मंडल अध्यक्षों से मिले। कार्यकर्ताओं को एक्टिव मोड में रखने का होमवर्क तैयार।
मेरठ, जेएनएन। कोरोनाकाल में भी चुनावी मोड में चल रही भाजपा आराम के मूड में नहीं है। विधानसभा उपचुनाव के बाद एमएलसी सीट पर जीत हासिल करने के बाद कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव के लिए रिचार्ज किया जा रहा है। प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने रविवार को मेरठ एवं गाजियाबाद में दस जिलों के मंडल प्रभारियों के साथ बैठक की। वहीं दस दिसंबर को प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह सहारनपुर में डेरा डालेंगे। बंसल ने पश्चिम उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय टीम के साथ संवाद कर उन्हें बड़ा होमवर्क थमाने का संकेत दे दिया है।
भाजपा प्रदेश इकाई कार्यकर्ताओं से कनेक्ट बढ़ाने पर लगातार जोर दे रही है। पार्टी ने पहली बार एमएलसी चुनाव में उम्मीदवार उतारा, वहीं पंचायत चुनावों में भी यह प्रयोग दोहराया जाएगा। एमएलसी चुनाव में पश्चिम यूपी में बरेली-मुरादाबाद खंड की एक और मेरठ-सहारनपुर खंड की दोनों सीटों पर जीत मिली। संगठन पंचायत चुनावों की जमीन बनाने पर फोकस कर रहा है। इसी मुहिम को धार देने के लिए पार्टी प्रदेशभर में कमिश्नरी स्तर पर मंडल अध्यक्षों के साथ बैठक कर रही है। गत दिनों प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने मुरादाबाद में मंडल पदाधिकारियों के साथ बातचीत की। प्रदेश पदाधिकारियों की मानें तो पार्टी वीडीसी, ब्लाक प्रमुख व पंचायतों में उम्मीदवार उतारेगी, लेकिन ग्राम प्रधान के चुनावों में दिलचस्पी नहीं लेगी। मेरठ जिले में 43 वार्ड हैं, जिसमें टिकट के लिए आपस में जबरदस्त रेस होगी।
क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल के लिए पार्टी में समन्वय बनाते हुए जीत हासिल करने की बड़ी चुनौती होगी। पंचायत चुनावों को लेकर पार्टी में अंदरुनी घमासान और खेमेबाजी बढ़ सकती है, इसलिए बेहतर माहौल रखना होगा। प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने क्षेत्रीय टीम के साथ संवाद कर उन्हेंं आगामी विस चुनाव तक एक्टिव रहने का मंत्र दे दिया है। इस दौरान प्रदेश राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम, प्रदेश महामंत्री अश्विनी त्यागी, क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल, जिलाध्यक्ष अनुज राठी समेत कई पदाधिकारी शामिल हुए। माना जा रहा है कि पंचायत चुनावों के बाद पार्टी विस चुनावों का शंखनाद कर देगी।