World Environment Day: स्टूडोमैट्रिक्स की पहल, प्रकृति के पहरेदार और संदेशवाहक बने स्कूलों के छात्र Meerut News
वातावरण में आए बदलाव व साफ-सुथरा पर्यावरण सुनिश्चित करने हेतु स्टूडोमैट्रिक्स के प्रकृति विभाग-स्टूडोप्रकृति से देशभर से कई युवा छात्र सदस्य जुड़े हैं।
मेरठ, जेएनएन। Studomatrix स्वामी विवेकानंद और एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा दिए गए उपदेशों का अनुसरण कर देश की तरक्की में योगदान देने के लिए 12वीं के छात्र फलित सिजारिया द्वारा स्थापित स्टूडोमैट्रिक्स एक छात्र संगठन है। जिसका उद्देश्य देशभर के छात्रों में चरित्र एवं कौशल विकास है। 100 शहरों में अपनी छाप छोड़ 5,000 से अधिक सदस्य बन चुके इस संस्था में रितिका खेतवाल, स्पर्श रस्तोगी एवं मानसी जोशी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
हर घर मे लगवाए पौधे
विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना है। इसी प्रकार वातावरण में आए बदलाव व साफ-सुथरा पर्यावरण सुनिश्चित करने हेतु स्टूडोमैट्रिक्स के प्रकृति विभाग - स्टूडोप्रकृति से देशभर से कई युवा छात्र सदस्य जुड़े। दीवान पब्लिक स्कूल के इशांक बंसल व तुलिका और केएल इंटरनेशनल स्कूल के अमन त्यागी द्वारा संचालित स्टूडोप्रकृति का उद्देश्य देशभर के सभी शहरों में पर्यावरणविदों का संगठन बनाना है, जो अपने आसपास के वातावरण की देखभाल कर उसे स्वच्छ बनाने में योगदान दें। स्टूडोप्रकृति द्वारा चलाए गए अभियानों में से एक प्लांटेशन ड्राइव है, जिसके तहत प्रतिभागियों ने घर पर ही किसी भी पॉट या कप में पौधा लगाते हुए अपनी तस्वीरें भेजी, जिसे स्टूडोप्रकृति के सोशल प्लेटफॉर्म पर दर्शाया गया था।
तैयार है भविष्य का खाका
आने वाले समय में छात्र और भी महत्वपूर्ण अभियान से लोगों को जोड़ेंगे। इनमें प्रमोट बाईसाइकल और बैन प्लास्टिक पर कार्य चल रहा है। स्टूडोप्रकृति की इस पहल में प्रसिद्ध जलवायु कार्यकर्ता रिद्धिमा पांडे भी जुड़ी हैं जिन्हें भारत के ग्रेटा थनबर्ग के नाम से भी जाना जाता है। इस क्लब का मोटो ऐसे विचारों और पहलों को सार्थक बनाना है जिससे वास्तव में अंतर देखा जा सके।
पढ़ाई का ही व्यवहारिक उपयोग
फलित सिजिरिया के अनुसार अगले एक वर्ष में हमारा लक्ष्य है कि बहुउद्देशीय नीति के तहत विभिन्न प्रतिभाओं वाले स्कूली छात्रों को, उनकी प्रतिभा को निखारने, कौशल विकास करने एवं शैक्षिक पाठ्यक्रम के व्यावहारिक उपयोग का अनुभव प्रदान करना है। हमने यह लक्ष्य रखा है कि हमारे समाज में स्कूली छात्रों द्वारा लिए किये जा रहे समाज एवं मानवता के कल्याण के लिए कदमों को एक मंच प्रदान करना है। विभिन्न कला एवं अभिरुचि प्रकल्प के माध्यम से हम हर छात्र को रचनात्मक एवं धनात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की अवधारणा को पुष्ट करना है।
साप्ताहिक सामाजिक बिंदु पर गोष्टी
फलित सिजिरिया के अनुसार इसके तहत हम लोग जल्द ही अपनी मासिक पत्रिका का विमोचन करने वाले हैं जिसमें स्कूली छात्रों को पत्रकारिता एवं लेखन को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। हम छात्रों का साक्षात्कार उद्योग जगत एवं विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विशिष्ट व्यक्तियों से कराने का उद्देश्य रखते हैं। साथ ही साथ साप्ताहिक सामाजिक बिंदु पर गोष्टी एवं पैनल डिस्कशन को भी एक बड़े स्तर पर ले जाने की योजना है। इसके अतिरिक्त शोध के प्रति स्कूली छात्र छात्राओं का रुझान बढ़े इसके लिए एक शोध प्रकल्प भी प्रारंभ करने की योजना है। हम छात्र अध्यापक परिवार एवं शिक्षाविदों के समुचित प्रयासों से एक आत्मनिर्भर भारत को परिकल्पना को सहयोग देना चाहते हैं।