जाम की जकड़ में फंसे राहगीर, व्यवस्था धड़ाम
जाम की जकड़ में मंगलवार को शहरवासी कैद हो गए। जिन मार्ग से भी निकले वहीं जाम झेलना पड़ा। शहर का ऐसा कोई चौराहा नहीं था जाम न लगा हो। रेलवे रोड चौराहा घंटाघर जिला अस्पताल छतरी पीर खैरनगर चौराहा बुढ़ाना गेट क्षेत्र में जाम से हालात बेकार हो गए। दोपहिया वाहन गलियों में पहुंचे तो वहां भी जाम लग गया।
मेरठ । जाम की जकड़ में मंगलवार को शहरवासी कैद हो गए। जिन मार्ग से भी निकले, वहीं जाम झेलना पड़ा। शहर का ऐसा कोई चौराहा नहीं था, जाम न लगा हो। रेलवे रोड चौराहा, घंटाघर, जिला अस्पताल, छतरी पीर, खैरनगर चौराहा, बुढ़ाना गेट क्षेत्र में जाम से हालात बेकार हो गए। दोपहिया वाहन गलियों में पहुंचे तो वहां भी जाम लग गया। अपने दफ्तर आने के दौरान एसपी सिटी भी खैरनगर चौराहे पर जाम में फंस गए। हालांकि पुलिसकर्मियों ने उतरकर एक तरफ का ट्रैफिक चालू कराकर एसपी सिटी की गाड़ी को वहां से निकलवाया।
हर रोज दिनभर जाम से शहर की रफ्तार धीमी हो जाती है। पांच मिनट की दूरी को पार करने में आधा घंटे का समय लगता है। जाम के कारण स्थिति उस समय और विकट हो जाती है, जब दोपहर को स्कूलों की छुट्टी होती है। थाना और ट्रैफिक पुलिस जाम से निजात दिलाने के लिए दावे तो करते हैं, मगर वह धरातल पर दिखाई नहीं देते, वरना जाम से हर रोज शहर वासियों को जूझना न पड़े। हर रोज चौराहों ट्रैफिक सिपाही और ट्रैफिक होमगार्ड की ड्यूटी रहती है, उसके बावजूद जाम से निजात नहीं मिल पा रही है। मंगलवार को अहमद रोड पर एंबुलेंस भी जाम में फंस गई। जिसे कुछ राहगीरों ने वहां से निकलवाया।
इनका कहना--
चौराहों पर ट्रैफिक रोका जाता है, जिससे वाहनों की संख्या अधिक लगती है। अतिक्रमण के कारण जाम के हालात बनते हैं। हर रोज अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया जा रहा है। शहर को जाम मुक्त करने को हर संभव कार्य किया जा रहा है।
-संजीव बाजपेयी, एसपी ट्रैफिक