अनुज कर्णवाल हत्याकांड : हर जुबां पर बस एक सवाल, कौन हैं अनुज के वे तीन हत्यारे Muzaffarnagar News
कस्बा मोरना में हुई दवा विक्रेता की हत्या को दस दिन बीत चुके हैं। कई नेता भी घर पर जाकर न्याय का भरोसा दिला चुके जल्द राजफाश के लिए प्रशासन से गुहार भी लगा चुके पर अभी तक इस जांच में हत्यारों का पता नहीं चल पाया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कस्बा मोरना में हुई दवा विक्रेता की हत्या को दस दिन बीत चुके हैं। कई नेता भी घर पर जाकर न्याय का भरोसा दिला चुके, जल्द राजफाश के लिए प्रशासन से गुहार भी लगा चुके, पर अभी तक इस जांच में हत्यारों का पता नहीं चल पाया। वहीं कुछ दिन पहले ही एसएसपी ने घटना में तीन आरोपितों को चिह्नित करने का दावा किया था, लेकिन दस दिन बाद भी उनके नाम सामने नहीं आए। इसके चलते हर किसी की जुबां पर यही सवाल है कि आखिर कौन हैं अनुज कर्णवाल के तीन हत्यारे?
पोस्टमार्टम में तीन गोली लगने की बात
भोपा थाना कस्बा मोरना निवासी दवा विक्रेता अनुज कर्णवाल की बीते 17 सितंबर की देर शाम घर की चौखट पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर में तीन गोली लगनी आई है। घटना के बाद एसएसपी ने तीन आरोपितों को चिह्नित करने का दावा किया था, लेकिन दस दिन बाद भी उनके नाम सामने नहीं आए हैं। ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि आखिर कौन हैं अनुज के हत्यारे? वहीं, भले ही हर चौराहे व कस्बे में घुसने वाले सभी रास्तों पर पुलिस एवं पीएसी बल तैनात किया गया है, लेकिन लोगों में दहशत कायम है। बाजार में दुकानों पर ग्राहकों की संख्या भी कम नजर आ रही है।
अनुज के हत्या के बाद बाजार का हाल
कस्बे में हत्या के बाद से व्यापारियों में रोष और डर दोनों है। रोष इस बात का कि अभी तक पुलिस अनुज के हत्यारों का पता नहीं लगा पाई है जबकि डर इस हत्या की वारदात से है। कस्बे का हर व्यापारी अपने को डरा हुआ महसूस कर रहा है। कस्बे में जहां हत्या के पहले लोगों की चहल-पहल दिखती थी। वह अब शाम होते ही कम हो जाती है। कुछ कारोबारियों का कहना है कि इस मामले में पुलिस की लापरवाही से अभी तक हत्या का राजफाश नहीं हो पाया है।
पलायन कर चुका है परिवार
लापरवाही के कारण परिवार घर से जा चुका है। अनुज की पत्नी और अपने दोनों बेटीयों के साथ रिश्तेदार के घर जा चुकी हैं तो वहीं मुकदमे का वादी व मृतक का भाई हरिकांत अपने पत्नी के साथ घर पर ताला लगाकर कस्बा छोड़ चुका है। लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण ये हुआ है। अगर पुलिस सुरक्षा और वारदात का राजफाश कर देती तो ऐसा नहीं होता।