बुलंदशहर के सिकन्द्राबाद पहुंचा एसएसबी जवान का शव, ग्रामीणों ने किया हंगामा Bulandshahr News
बिहार के गया में तैनात एसएसबी जवान ललित भाटी का शव गुरुवार की सुबह सिकन्द्राबाद के नया गांव पहुचा। 29 वीं बटालियन के जवान शव लेकर पहुंचे। यहां काफी हंगामा हुआ।
बुलंदशहर, जेएनएन। गया में गोली का शिकार हुए एसएसबी जवान ललित भाटी का पार्थिव शरीर तीन दिन बाद गुरुवार सुबह पैतृक गांव नया गांव पहुंचा। परिजनों ने जवान द्वारा खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने से इन्कार करते हुए हंगामा किया। साथ ही जवान को शहीद का दर्जा देने की मांग रखी। कई घंटे हंगामे के बाद अधिकारियों ने परिजनों और ग्रामीणों को समझाकर शांत किया। इसके बाद सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
एसएसबी की 29वीं बटालियन में तैनाती थी
बिहार के गया में एसएसबी की 29वीं बटालियन में तैनात नया गांव निवासी जवान ललित भाटी पुत्र रन सिंह भाटी की मंगलवार को गोली लगने से मौत हो गई थी। गुरुवार सुबह जवान का पार्थिव शरीर सिकंदराबाद पहुंचा। पौने सात बजे एएसपी गोपाल चौधरी, कोतवाली निरीक्षक दिलीप सिंह, एसएसबी के एसआइ गिरधारीलाल के नेतृत्व में पार्थिव देह को नया गांव लाया गया। घर और गांव में कोहराम मच गया। बूढ़ी मां भगीरथी देवी व पत्नी कृष्णा बेहोश हो गईं। परिजनों व ग्रामीणों ने ललित द्वारा खुद को गोली मारकर जान देने की बात पर यकीन नहीं किया।
एसएसबी के एसआइ व साथी जवानों से भी ग्रामीणों ने इस बारे में पूछताछ की लेकिन वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। क्षुब्ध परिजनों ने मौत की स्थिति स्पष्ट होने तक अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। बाद में दिल्ली मुख्यालय से एसएसबी के एसीओ धीरज आर पंवार गांव पहुंचे और परिजनों को समझाया।
भाई का आरोप मिल रही अधूरी जानकारी
जवान के भाई सूरत भाटी ने आरोप लगाया कि गया मुख्यालय से अधूरी जानकारी दी जा रही है। उनका भाई आत्महत्या जैसा घातक कदम नहीं उठा सकता। काफी देर हंगामे के दौरान परिजन व ग्रामीण पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाने व दिवंगत ललित को शहीद का दर्जा देने की मांग पर अड़े रहे। एसीओ ने गया व दिल्ली मुख्यालय में परिजनों की फोन पर बात कराई और शीघ्र पोस्टमार्टम रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
इसके बाद गांव के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। बड़े पुत्र अन्नू ने मुखाग्नि दी। पूर्व ब्लाक प्रमुख पुष्पेन्द्र भाटी, जिला पंचायत सदस्य कर्मवीर भाटी, ग्राम प्रधानपति तरसेराम गुर्जर आदि ने पुष्पचक्र चढ़ाकर जवान को श्रद्धांजलि दी।