फैल रहा खुरपका-मुंहपका.. बीमार पशु की सूचना दें पीड़ित
पशु चिकित्सक डा. विनोद चौधरी ने बताया कि पशुओं मे गलघोंटू नामक बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण पूर्ण हो चुका है। खुरपका मुंहपका बीमारी से पशुओं को बचाने के लिए आठ नवंबर से राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रारंभ होगा।
मेरठ, जेएनएन। पशु चिकित्सक डा. विनोद चौधरी ने बताया कि पशुओं मे गलघोंटू नामक बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण पूर्ण हो चुका है। खुरपका, मुंहपका बीमारी से पशुओं को बचाने के लिए आठ नवंबर से राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रारंभ होगा। उनका कहना है कि यदि किसी गांव मे पशुओं मे बीमारी होती है तो राजकीय पशु चिकित्सालय पर सूचना दे, टीम भेजकर उपचार कराया जाएगा। दिनभर घरों से गंदगी निकालने में जुटे रहे ग्रामीण
लतीफपुर, हादीपुर गांवड़ी, हंसापुर परसापुर, भागोपुर, दबखेड़ी आदि गांव के लोगों के घरों में बाढ़ के पानी के साथ गंदगी भी घरों में भर गई, जिससे साफ करने में ग्रामीण पूरे दिन जुटे रहे। क्योंकि उन्हें डर है कि घर में गंदगी से बीमारियां पनप सकती है।
बाढ़ से संपर्क मार्ग हुए क्षतिग्रस्त
बाढ़ के पानी ने गांवों के संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त कर दिए। वहीं, वाहन चालकों को आवागमन में बाधा उत्पन्न हो गई है। जबकि दुर्घटना होने की आशंका भी बढ़ गई है।
मवाना चांदपुर मार्ग पर आवागमन ठप
मवाना व चांदपुर तहसील को जोड़ने वाले गंगा पुल को जाने वाले मार्ग की एप्रोच रोड को गंगा नदी का तेज कटान बहा ले गया। जिससे बिजनौर, मुरादाबाद, चांदपुर, नूरपुर व उत्तराखंड जाने वाले लोगों का आवागमन पूर्ण रूप से बंद हो गया वही भीकुंड, बधुवा, खेड़ी कला व गंगा के आसपास खेती करने वाले लोगों की भी परेशानी बढ़ गई है।
लापरवाही उजागर, नहीं लिया सबक
एप्रोच रोड मे लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों की लापरवाही उजागर होती प्रतीत होती है। ग्रामीणों का कहना है क्षेत्र के लोगों का कहना है कि विभाग ने मई माह में आई बाढ़ से सबक नहीं लिया, क्योंकि चार माह पूर्व आई बाढ मे भी यह एप्रोच रोड बह गई थी। जिससे लोगों ने पानी की निकासी के लिए दबाए गए हयूमपाइप की जगह बड़ी-बड़ी पुलिया बनाने की मांग की थी। परंतु अधिकारियों के कान पर जूं नही रेंगी और अब गंगा नदी बढे जलस्तर में एप्रोच रोड फिर से बह गयी। जिससे लोगों का आवागमन बाधित हो गया।
दरकने लगेंगे मकान
एसडीएम मवाना कमलेश कुमार गोयल का कहना है कि बाढ़ का पानी से क्षतिग्रस्त हुए मकानों की सूचना राजस्व विभाग को दें। नुकसान का आंकलन कर सूची तैयार की जाएगी।
---