Delhi-Meerut Expressway: लॉकडाउन के कारण दिवाली तक ही फर्राटा भरने का सपना हो सकेगा पूरा Meerut News
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के बयान से निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद जगी है। लेकिन काम दिवाली तक ही पूरा हो सकेगा।
मेरठ, जेएनएन। Delhi-Meerut Expressway 22 मार्च से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम बंद है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के बयान से निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद जगी है। यदि मंगलवार तक लिखित आदेश आने के बाद तत्काल काम शुरू कर भी दिया जाए तो भी काम को रफ्तार पकडऩे में पूरा अप्रैल गुजर जाएगा। काम को जून तक पूरा कर पाना मुश्किल है। ऐसे में 30 जून तक नहीं, बल्कि बरसात के बाद दिवाली तक ही एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरने का सपना पूरा हो पाएगा।
एनएचएआइ तैयार पर चुनौतियों की भरमार
एनएचएआइ के अधिकारियों के अनुसार आदेश मिलने पर एक्सप्रेस-वे का काम तत्काल शुरू किया जा सकता है, क्योंकि श्रमिकों व इंजीनियरों को मिलाकर करीब 400 स्टाफ यहां के विभिन्न प्लांटों में रुके हुए हैं, पर इससे रफ्तार नहीं पकड़ सकेंगे। पूरे प्रोजेक्ट में करीब 1200 स्टाफ कार्यरत हैं, जो श्रमिक या अन्य स्टाफ बाहर चले गए हैं, उनके आने में समय लग सकता है। अनुमति लेने में समय लगेगा। शारीरिक दूरी का पालन करने में काम ज्यादा प्रभावित होगा, क्योंकि काम करते समय एक साथ खड़ा होना पड़ता है। नोएडा, गाजियाबाद व मेरठ जैसे क्षेत्रों में आवाजाही रहेगी। इन क्षेत्रों में जाने की अनुमति भी लेनी पड़ेगी। अधिकारियों का आवागमन रहेगा। दूसरे प्रदेश में आने-जाने की भी अनुमति लेनी पड़ेगी।
इन वजहों से भी रुका रहा काम
पहले इस प्रोजेक्ट को किसानों ने मुआवजे की वजह से रुकवाया। फिर दीपावली के बाद फैले प्रदूषण से काम एक महीने रुका रहा। बेमौसम बरसात कई बार हुई, जिससे काम थमता रहा। अब जिस समय कोरोना ने काम रुकवा दिया है, इसी समय डासना में रेलवे ओवरब्रिज पर गार्डर रखा जाना था। एक्सप्रेस-वे पर कुछ स्थानों पर हाईटेंशन लाइन है, जिसे इसी दौरान शिफ्ट किया जाना था। तारकोल की पहली परत डालने का कार्य भी तेजी से चल रहा था।
इनका कहना है
अभी काम शुरू करने को लेकर कोई लिखित आदेश नहीं मिला है। फिर भी यदि आज-कल में आदेश मिलता है तो तत्काल काम शुरू कर दिया जाएगा। बड़ी संख्या में श्रमिक दूसरे प्रदेशों के हैं, उनके आने में समय लग जाएगा। कोरोना की वजह से लोगों में डर भी है। ऐसे में अब लक्ष्य भी बढ़ाना पड़ेगा। हालांकि इसके लिए शीर्ष पदाधिकारियों को निर्णय लेना है। काम शुरू करने पर तमाम व्यावहारिक चुनौतियां भी रहेंगी। हालांकि जब सरकार आदेश देगी, तो चुनौतियों का समाधान भी जरूर रहेेगा। जैसे आने-जाने की अनुमति आदि।
- मुदित गर्ग, डीजीएम एनएचएआइ
एक्सप्रेस-वे के कुल चार चरण, आखिरी में है मेरठ
चौथा चरण : डासना से मेरठ (31.78 किमी)
काम की प्रगति : कुल 67 फीसद
तीसरा चरण : डासना से हापुड़ (22.27 किमी)
काम की प्रगति : आवागमन जारी
दूसरा चरण : यूपी गेट से डासना (19.28 किमी)
काम की प्रगति : कुल 75 फीसद
पहला चरण : निजामुद्दीन से यूपी गेट (8.36 किमी)
काम की प्रगति : आवागमन जारी
मेरठ से डासना तक का प्रोजेक्ट
परियोजना का नाम : ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे
कुल दूरी : 32 किमी
लेन : छह लेन का एक्सप्रेस-वे
कहां से कहां तक : डासना से मेरठ परतापुर तिराहे तक
कुल लागत : 1130 करोड़ रुपये
काम कब से शुरू : अप्रैल 2018
पूरा करने का आवंटित समय : शुरू करने के बाद 18 माह
कार्य पूरा करने का लक्ष्य : पहले अगस्त बाद में सितंबर 2019
फिर दिसंबर 2019
बाद में मार्च 2020
इसके बाद मई 2020
फिर जून 2020
...पर अब जून तक भी मुश्किल।