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डिमांड के अनुसार कराई जाती थी वाहनों की चोरी, मेरठ के सोतीगंज बाजार का यह सच आप भी जानिए

Sotiganj Market Closed एशिया में वाहनों के कटान का सबसे बड़ा कमेला बने सोतीगंज बाजार पर आखिरकार पुलिस का शिकंजा कस ही गया है। यह बाजार बंद होने से अब इसका असर कई राज्‍यों में दिखेगा। इस बाजार में बदल दी जाती थी चेसिस इंजन नंबर और पूरी डिजाइन।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Sun, 12 Dec 2021 08:50 AM (IST)Updated: Sun, 12 Dec 2021 08:50 AM (IST)
डिमांड के अनुसार कराई जाती थी वाहनों की चोरी, मेरठ के सोतीगंज बाजार का यह सच आप भी जानिए
मेरठ में चोरी के वाहनों को यहां लाने वाले 300 से ज्यादा कांट्रेक्टर सक्रिय हैं।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Sotiganj Market Closed चोरी के वाहनों के कटान का कमेला बने सोतीगंज बाजार को अब एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बंद करा दिया है। यह बंदी अगले आदेशों तक जारी रहेगी। करीब 61 साल पहले सोतीगंज में कोयला, रद्दी और पशुओं का चारा बिका करता था। सबसे पहले कबाड़ की चार दुकानें खुली थीं। उसके बाद 1982 से घरों के अंदर तक दुकानें और गोदाम खुलते चले गए। वैसे बीते बरस तक यहां कबाड़ की खरीद-बिक्री के लिए 48 दुकानें पंजीकृत थीं। इससे उलट इन दिनों सोतीगंज में करीब 800 दुकानें, 80 गोदाम और चोरी के वाहनों को यहां लाने वाले 300 से ज्यादा कांट्रेक्टर सक्रिय हैं।

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ज्‍यादातर गोदाम शहर के बाहर

इन ठेकेदारों का काम उप्र, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश के साथ-साथ नेपाल व अन्य पड़ोसी देशों से चोरी की गाडिय़ों के लिए संपर्क कर उन्हें यहां मंगवाना है। इसके बाद मिनटों में दुकानों व गोदामों में इनका कटान होता है। पुलिस का शिकंजा यदा-कदा कसते ही बाहरी क्षेत्र में कटान शुरू हो जाता है। इस समय ज्यादा गोदाम शहर के बाहरी क्षेत्र में हैं। वहां से वाहन काटने के बाद स्पेयर पार्ट सोतीगंज में लाकर बेचे जाते हैं।

सोतीगंज बाजार पर यह है आरोप

- यहां पर काटे जाते हैं चोरी के वाहन

- मांग के अनुसार भी कराई जाती है वाहनों की चोरी

- बदल दी जाती है चेसिस, इंजन नंबर और पूरी डिजाइन

- यहां के वाहन चोर कई तरह से काम करते हैं। अगर गाड़ी की स्थिति ठीक है तो इंजन, चेसिस नंबर बदलकर उसे बेच देते हैं। ज्यादातर कारें दक्षिण भारत, नेपाल और जम्मू-कश्मीर में खपती हैं। अगर वाहन की स्थिति ठीक नहीं होती तो उसे कबाड़ में बेच देते हैं। कुछ कारें मेरठ व आसपास के जिलों में भी खप जाती हैं

ये है सोतीगंज के प्रमुख कबाड़ी

हाजी गल्ला, हाजी इकबाल, हाजी आफताब, मुस्ताक, मन्नू उर्फ मईनुद़्दीन, हाजी मोहसिन, सलमान उर्फ शेर, राहुल काला, सलाउद्दीन आदि कबाड़ी प्रमुख है।

सोतीगंज पर कार्रवाई

- 2500 मुकदमे सोतीगंज के कबाडिय़ों और चोरों पर दर्ज हो चुके हैं।

- 321 मुकदमों की विवेचना जनपद के विभिन्न थानों में है।

- 37 कबाडिय़ों को गैंगस्टर के तीन मुकदमों में आरोपित बनाया गया।

- 05 कबाडिय़ों की एक अरब से ज्यादा संपत्ति जब्त की जा चुकी।

- 400 वाहनों के इंजन पकड़े गए है।

- 275 दुकानों की जांच आयकर विभाग की टीम भी कर रही है।

100 दुकानों को जारी किए गए नोटिस

सोतीगंज में चोरी के वाहनों का सामान खरीदने और बेचने वाले सौ दुकानदारों को नोटिस देकर जवाब भी मांगा गया है। उन्हें बता दिया गया कि विवेचना जारी रहने तक अपनी दुकान बंद रखेंगे। मुकदमे से जुड़े अन्य दुकानदारों को भी नोटिस जारी कर दिया जाएगा। ताकि दुकान बंद रखी जाए।

आइपीसी की धारा 201 में होगा मुकदमा

सोतीगंज बाजार में आदेश के बाद भी दुकान खोलने वाले दुकानदारों के खिलाफ आइपीसी की धारा 201 में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उन्हें चोरी के वाहनों के उपकरणों में साक्ष्य छिपाने का आरोपित बनाया जाएगा। नोटिस में बाकायदा इसका जिक्र भी पुलिस की तरफ से कर दिया गया है। एएसपी सूरज राय का कहना है कि पुलिस की टीम दिन और रात चौबीस घंटे दुकानों की निगरानी करेगी। ताकि दुकान से कोई भी सामान निकाल कर नष्ट नहीं किया जा सकें।


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