दो बच्चों की हत्यारोपित मां और उसके प्रेमी के बयान लेगी पुलिस, घर में मिली थी नोटों के साइज के कागजों की गड्डी
Meerut News कागज की गड्डी बनाकर काफी लोगों से मोटी रकम वसूल चुकी है निशा। रकम देने वाले लोग भी थाने पहुंचकर उसके खिलाफ तहरीर दे रहे। सऊद को दे रखी थी कार और दस लाख रुपये भी। पुलिस बयान करेगी दर्ज।
मेरठ, जागरण टीम। निशा के घर के अंदर नोटों के साइज के कागज मिलने पर भी पुलिस जांच कर रही है। अभी तक पड़ताल में आया कि लोगों को रकम दोगुना करने का झांसा देने के लिए निशा ने नोटों के साइज के कागज काट रखे थे। कुछ लोगों को नोट के बदले कागज की गड्डी देकर वह पैसे वसूल भी चुकी है। निशा को रकम देने वाले लोगों ने भी तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। ऐसे में पुलिस अब निशा और सऊद के बयान भी जेल में दर्ज करेगी।
दस लाख रुपये और कार सऊद को दी
अभी तक पूछताछ में सामने आया कि निशा ने लोगों से रकम लेकर दस लाख और एक आई-20 कार सऊद को दे रखी थी। निशा के घर की तलाशी के दौरान एक बैग मिला था, जिसमें नोटों के साइज के कागज कटे हुए मिले थे। पुलिस की अभी तक जांच में सामने आया कि निशा इन कागज के टुकड़ों के ऊपर नोट लगाकर लोगों को रकम दोगुना करने का झांसा देती थी। उसकी एवज में उनसे असली रकम वसूल की जाती थी। निशा के जेल जाने के बाद अब पीड़ित लोग उसके खिलाफ तहरीर दे रहे हैं।
तांत्रिक क्रिया के डर से नहीं जुटा सके हिम्मत
पीड़ितों का कहना है कि निशा के तांत्रिक क्रिया के डर से उससे रकम मांगने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे। सीओ अमित राय का कहना है कि निशा के खिलाफ आ रही तहरीर को लेकर मामले की जांच की जाएगी। उसके लिए जेल में निशा और सऊद के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। उसके लिए कोर्ट से अनुमति मांगी जा रही है।
आठ साल से तंत्र विद्या कर रही है निशा
आठ साल पहले से निशा ने तंत्र क्रिया करना शुरू कर दिया था। निशा के पास ज्यादातर ऐसे दंपती आते थे, जो जिनके संतान नहीं हो पाई थी, हालांकि उक्त लोगों को निशा निश्शुल्क कथित उपचार करती थी। यही कारण है कि लोगों की संख्या बढ़ रही थी।
निशा का प्रचार काफी बढ़ा
निशा के उपचार के बाद कई महिलाएं मां भी बन चुकी हैं। ऐसे में निशा का प्रचार काफी बढ़ गया था। उसके बाद निशा लोगों के ऊपर पानी का छिड़काव कर लोगों को समस्या को दूर करती थीं। मोहल्ले में हर कोई निशा की तांत्रिक क्रिया से डरने लगा था। शाहिद बेग को भी निशा ने ही जूतों की दुकान पर नौकरी दिलाई थी। तांत्रिक क्रिया से उसकी काफी जान पहचान हो चुकी थी।
जेल में नहीं मिलने पहुंचा कोई
तीसरे दिन निशा और सऊद से जेल में कोई मिलने नहीं पहुंचा है। सऊद, आरिफ और साद को एक बैरक में रखा गया है, जबकि मुसर्रत, कौसर और निशा को अलग-अलग बैरक में रखा गया है। सभी तीनों महिलाओं ने रोजा रखा है। साथ ही जेल में नमाज भी अदा कर रही है। अपने बच्चों की हत्यारोपित निशा जेल में भी बंदी रक्षकों से कहती है कि उसने बच्चों की हत्या नहीं की है, बल्कि ममता की कुर्बानी दी है।