मेरठ में सत्यापन से आगे नहीं बढ़ सकी सोलर पंप योजना, इतने पंप लगाने का है लक्ष्य
सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए सोलर फोटोवेल्टिक सिंचाई पंप योजना का लाभ देने के लिए बड़े स्तर पर तैयार की थी। लेकिन मेरठ में यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी है। वहीं सरकार ने मेरठ के किसानों के लिए 70 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य दिया था।
मेरठ, जेएनएन। सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए सोलर फोटोवेल्टिक सिंचाई पंप योजना का लाभ देने के लिए बड़े स्तर पर तैयार की थी। जनपद के लिए 70 सोलर पंप स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया गया। कृषि विभाग ने किसानों का चयन कर जरूरी प्रक्रिया पूर्ण कराने की कवायद शुरू की। लेकिन कवायद सत्यापन से आगे नहीं बढ़ सकी है। ऐसा जब है तब चयनित किसान योजना का लाभ पाने के लिए लाखों रुपये के बैंक ड्राफ्ट भी जमा करा चुके हैं।
सोलर फोटोवेल्टिक सिंचाई पंप योजना के तहत किसानों को फसल सिंचाई के लिए अपने खेत में सोलर पंप लगाने की सुविधा प्रदान की गई थी। योजना के तहत किसानों को सब्सिडी पर पंप से संबंधित तमाम सामान उपलब्ध कराया जाना था। पंप स्थापित होने के बाद किसानों को नलकूप के भारी-भरकम विद्युत बिल से छुटकारा मिल जाता।
साथ ही पड़ोसी किसानों को भी इस योजना का लाभ मिलना तय था। कृषि विभाग के अधिकारियों ने जनपद को मिले 70 सोलर पंप स्थापना के लिए किसानों का चयन शुरू किया और विभिन्न श्रेणी के सोलर पंप लगाने के लिए किसानों का चयन कर लिया। किसानों ने भी अपना नाम सूची में देख लाखों रुपये के बैंक ड्राफ्ट जमा करा दिए। अब कई माह चक्कर काटने के बाद भी सोलर पंप किसानों के खेतों तक नहीं पहुंच सके हैं।
प्रकरण में कृषि विभाग के अधिकारियों को कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा सोलर पंप के सामान के सामान की आपूर्ति के लिए एक कंपनी से अनुबंध किया हुआ है। कंपनी ने अभी तक कई बार मांग करने के बाद भी सामान की आपूर्ति नहीं की है। जिस कारण किसानों का योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रकरण में सीडीओ शशांक चौधरी ने बताया कि इस तरह की शिकायत मिली है। कृषि विभाग से जवाब मांगा गया है। शीघ्र ही किसानों की समस्या का निदान कराया जाएगा।