तहेरी बहन की हत्याकर शव विरोधी की छत पर फेंका, बागपत पुलिस ने की यह कार्रवाई
बागपत के एसपी ने बताया कि शेखपुरा में शनिवार शाम किशोरी गांव में ही चिकित्सक से दवा लेने गई थी लेकिन वह वापस नहीं लौटी। किशोरी के स्वजन ने गांव के ही रिटायर्ड फौजी उसके चिकित्सक बेटे समेत पांच के खिलाफ अपहरण और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था।
बागपत, जागरण संवाददाता। जिला बदर ने अपनी नाबालिग तहेरी बहन की गला दबाकर हत्या कर दी और विरोधी को फंसाने के लिए शव को बोरे में बंद कर उसकी छत पर फेंक दिया। पुलिस ने चंद घंटों में वारदात का राजफाश कर दिया और जिला बदर के साथी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपित बहन के चरित्र पर शक करता था और इसलिए हत्या कर विरोधी को फंसाने की साजिश रची थी।
यह है मामला
एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि शेखपुरा में शनिवार शाम 14 वर्षीय किशोरी गांव में ही चिकित्सक से दवा लेने गई थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। किशोरी के स्वजन ने रविवार तड़के गांव के ही रिटायर्ड फौजी सन्नवर, उसके चिकित्सक बेटे समेत पांच के खिलाफ अपहरण और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था। संदेह होने पर पुलिस ने थाने बुलाकर किशोरी के स्वजन के अलावा रिटायर्ड फौजी और उसके स्वजन से पूछताछ की। दोपहर को पुलिस ने रिटायर्ड फौजी के मकान की छत से बोरे में बंद किशोरी के शव को बरामद कर लिया। किशोरी की चप्पल और कुछ कपड़े मकान के नीचे पड़े थे। एसपी ने बताया कि संदेश होने पर किशोरी के स्वजन और उसके चचेरे भाई शकील के साथी एजाज से पूछताछ की तो एजाज ने वारदात का राजफाश कर दिया। एजाज ने बताया कि चचेरे भाई शकील पुत्र कलवा ने किशोरी की हत्या की है, क्योंकि वह अपनी बहन पर शक करता था और विरोधी सन्नवर को फंसाना चाहता था। इसलिए शकील ने पहले किशोरी को गायब किया और फिर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। रात में किशोरी के शव को बोरे में बंद कर सन्नवर की छत पर फेंक दिया। सन्नवर का बेटा चिकित्सक है, इसलिए शकील ने कहा था कि उसकी तहेरी बहन चिकित्सक से दवा लेने गई थी। इस पूरी वारदात में शकील का साथ एजाज ने भी दिया है। शकील जिला बदर भी है।
दोनों पक्षों में हुआ था झगड़ा
पुलिस के मुताबिक दो माह पहले एक मुकदमे को लेकर रिटायर्ड फौजी व किशोरी के स्वजन में झगड़ा हुआ था। आरोप है कि रिटायर्ड फौजी ने जिला बदर चल रहे शकील को पुलिस को सूचना देकर गिरफ्तार करवाया था।