Shramik Special Train: लापरवाही की हद, जम्मू-कटरा से भूखे-प्यासे मेरठ पहुंचे कामगार Meerut News
कटरा से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 63 कामगार परिवार मेरठ सिटी स्टेशन पर उतरे। पिछले 24 घंटे से लगातार सफर कर रहे कामगारों को स्टेशन पर भोजन देने के नाम पर महज खानापूर्ति की गई।
मेरठ,जेएनएन। Shramik Special Train कटरा से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन से शुक्रवार को 63 कामगार परिवार मेरठ सिटी स्टेशन पर उतरे। पिछले 24 घंटे से लगातार सफर कर रहे कामगारों को स्टेशन पर भोजन देने के नाम पर महज खानापूर्ति की गई। इस दौरान कुछ लोगों को खाना ही नहीं मिला। खाने की व्यवस्था रेलवे स्टाफ को करनी थी। भैंसाली डिपो पहुंचे कामगारों ने व्यथा बताई।
सुबह कटरा स्टेशन के लिए चले थे
कटरा से हाजीपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 51 धामपुर, 11 मेरठ और एक बागपत के यात्री थे। ट्रेन शुक्रवार सुबह सात बजे सिटी स्टेशन पहुंची। करीब दो घंटे बाद पहुंची सिटी बस से उन्हें भैंसाली डिपो लाया गया। जम्मू से चले यात्रियों ने बताया कि वह गुरुवार सुबह कटरा स्टेशन के लिए चले थे। शाम सात बजे कटरा स्टेशन से ट्रेन से रवाना हुए थे। तब से खाने पीने को कुछ नहीं मिला। शुक्रवार सुबह स्टेशन पर भोजन के पैकेट वितरित जरूर किए गए, लेकिन वे अपर्याप्त थे। ट्रेन के आगमन की सूचना भी प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं थी। मीडिया को भी अंदर नहीं जाने दिया।
कटरा स्टेशन का नवनिर्माण कर रहे थे कामगार
मेरठ के 11 कामगार शोभापुर, इंचौली और किठौर क्षेत्रों के थे। इंचौली के श्यामवीर ने बताया कि वह और उनके साथी कटरा रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य कर रहे थे। ट्रेन से धामपुर के 37 लोग आए थे। इनके साथ 14 बच्चे भी थे। यात्री नदीम ने बताया कि सभी जम्मू में स्कूल यूनीफार्म की सिलाई करते थे।
गलती से मुजफ्फरनगर उतरा मेरठ का एक कामगार
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 23 कामगार मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पहुंचे। गलती से मेरठ का एक कामगार भी वहां स्टेशन पर उतर गया और ट्रेन चली गई। अब मेरठ के कामगार को क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है।
कामगारों का बस स्टैंड पर आना जारी
कामगारों का गृह जनपद जाने के लिए भैंसाली बस अड्डे आने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को 20 बसें बिहार और मध्य प्रदेश के अलावा प्रदेश के विभिन्न जनपदों के लिए भेजी गई। 206 कामगार और उनके परिवार जन रवाना हुए। एकआरएम राजेश कुमार ने बताया कि मध्यप्रदेश के लिए सात, बिहार के लिए पांच, यूपी आठ बसें रवाना हुई। प्रदेश में प्रयागराज, अमेठी, सुल्तानपुर के लिए बसें भेजी गई। दोपहर 12 बजेतक सभी यात्रियों को रवाना किया जा चुका था। उसके बाद भी छत्तीसगढ़, लखनऊ और कानपुर के लिए लोगों के आने का सिलसिला जारी रहा। बतातें चलें कि एक जून से श्रमिकों के चलायी जा रही निश्शुल्क बस सेवा समाप्त किए जाने की घोषणा के बाद गृहजनपद लौटने वालों की तादाद और बढ़ गई है। हालांकि लखनऊ के निवासियों ने बताया कि वह तीन दिन से बस का इंतजार कर रहे हैं लेकिन बस नहीं मिल रही है।