Shardiya Navratri 2022: नवरात्र पर मेरठ सहित वेस्ट यूपी के मंदिरों में की गई माता रानी की आराधना, देखें तस्वीरें
Shardiya Navratri 2022 सोमवार से शारदीय नवरात्र शुरू हो गए हैं इसी के साथ बड़ी संख्या में लोग मेरठ और आसपास के जिलों में मंदिरों में माता रानी की आराधना करने के लिए पहुंचे। आज घरों में घट स्थापना भी की गई। मंदिरों में पूरे दिन भीड़ रहेगी।
मेरठ, जेएनएन। Shardiya Navratri 2022 आज सोमवार से शारदीय नवरात्र शुरू हो गए। मेरठ सहित पूरे वेस्ट यूपी में मंदिरों में सुबह से भी भक्तों की भीड़ नजर आई। बड़ी संख्या में लोगों ने आज व्रत भी रखा है। बिजनौर के मां काली का मंदिर में नवरात्र के पहले दिन पूजा अर्चना करने पहुंचे श्रद्धालु।
महिलाएं पूजा-अर्चना करने पहुंची
वहीं मेरठ के लावड़ में प्राचीन सिद्धपीठ श्री माता महाकाली मंदिर में भगवान की मूर्तियों को वस्त्र पहनकर तिलक लगाया गया। मंदिर में हवन के बाद पहले नवरात्र पर महिलाएं पूजा-अर्चना करने पहुंची।
सिद्धपीठ शाकंभरी में नवरात्र मेला
सहारनपुर में लगातार बरसात व शाकंभरी नदी में बाढ़ के खतरे के बीच प्रथम शारदीय नवरात्र सोमवार से श्री शाकंभरी देवी सिद्धपीठ पर मेला शुरू हो रहा है। पुलिस-प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है। प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों के तहत ही नवरात्र में श्रद्धालु माता के दर्शन कर सकेंगे। प्रशासन ने इस बार भूरादेव से आगे वाहनों के जाने व मेला बाजार पर तो प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन श्रद्धालुओं को भी मौसम को देखकर ही आगे जाने दिया जाएगा।
घर-घर सजे माता के दरबार, शुभ मुहूर्त में हुई घट स्थापना
बागपत : शक्ति आराधना के पर्व शारदीय नवरात्र की सोमवार से शुरुआत हो गई। घर-घर देवी मां के विराजमान होने से माहौल भक्तिमय हो गया। मंदिरों में देवी के दर्शन के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। सुबह शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना के साथ नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना विधिपूर्वक की जाएगी। पहले दिन श्रद्धालुओं ने व्रत रखते हुए मां शैलीपुत्री का पूजन किया और उनकी कथा सुनीं।
भव्य सजाया माता का दरबार
उधर, नवरात्र पर मंदिरों की शोभा देखते ही बन रही है। शहर के पंचवटी मंदिर, दुर्गा मंदिर सहित अन्य मंदिरों में माता का भव्य दरबार सजाया गया। मंदिर प्रशासन की तरफ से भक्तों को दर्शन में असुविधा न हो इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। मंदिरों में माता के दरबार में देवी की मूर्ति को आकर्षक आभूषणों से सजाया गया है, जिसकी छटा देखते ही बनती है।
यह बताया पंडित जी ने
पंचवटी मंदिर के पुजारी पंडित कुंदन भारद्वाज ने बताया कि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि सोमवार, 26 सितंबर को सुबह 3.23 बजे से प्रारंभ हुई, जो मंगलवार, 27 सितंबर को सुबह 3.08 बजे पर समाप्त होगी। घट स्थापना सुबह 6.28 बजे से 8.01 बजे के बीच की गई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने विधिपूर्वक देवी की पूजा-अर्चना की। पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री का पूजन किया गया। इस बार देवी माता का आगमन हाथी पर हुआ है, जो काफी फलदायी है। ऐसे में माता श्रद्धालुओं को अन्न धन से भरने का आशीर्वाद देती हैं।
मां के दरबार में बही भजनों की बयार
मुजफ्फरनगर के खतौली में शारदीय नवरात्र महोत्सव पर श्रद्धालुओं ने सोमवार को पहले दिन मां शैलपुत्री की उपासना की और व्रत रखा। दुर्गा मंदिरों में मां के भजन गूंजे। महिला मंडली के भजनों की बयार बही। वातावरण भक्ति मय रहा। श्रद्धालुओं की मंदिरों में खासी भीड़ रही।