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पहले ही दिन पीएफ आफिस पहुंचे पौने सात सौ पेंशनर्स

पहले ही दिन पीएफ आफिस पहुंचे पौने सात सौ पेंशनर्स जागृति विहार स्थित क्षेत्रीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय (पीएफ आफिस) में डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (जन्म प्रमाण पत्र) अपडेट कराने के लिए की गई विशेष व्यवस्था के पहले दिन ही करीब पौने सात सौ पेंशनर्स पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 05:00 AM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 05:00 AM (IST)
पहले ही दिन पीएफ आफिस पहुंचे पौने सात सौ पेंशनर्स

मेरठ : जागृति विहार स्थित क्षेत्रीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय (पीएफ आफिस) में डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (जन्म प्रमाण पत्र) अपडेट कराने के लिए की गई विशेष व्यवस्था के पहले दिन ही करीब पौने सात सौ पेंशनर्स पहुंचे।

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पीएफ आफिस में पेंशनर्स के डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट कराने की व्यवस्था बुधवार से पहली बार की गई है। इसलिए बुधवार को अवकाश के दिन भी पीएफ आफिस खुला। कार्यालय में पेंशनर्स के आने का सिलसिला सुबह नौ बजे से शुरू हुआ और शाम छह बजे तक चला। क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त सूरज शर्मा ने बताया कि पहले दिन करीब 676 पेंशनर्स पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था अवकाश के अन्य दिनों में भी रहेगी। यह तिथियां 23, 24 व 25 नवंबर हैं।

...... बौद्ध मठ पर चल रहा निर्माण कार्य पुलिस-प्रशासन ने रुकवाया

मेरठ : कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में हाईवे पर दायमपुर गांव के निकट बौद्ध मठ में डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए चबूतरा बनाया जा रहा था। इसकी जानकारी किसी ने पुलिस को दे दी। सूचना पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बिना अनुमति चल रहे निर्माण कार्य को रुकवा दिया।

दायमपुर गांव के निकट बौद्ध मठ की वजह से हाईवे संकरा था। दैनिक जागरण की मुहिम पर प्रशासन और एनएचएआइ ने मठ के पदाधिकारियों से वार्ता कर हाईवे चौड़ीकरण के लिए कुछ निर्माण हटाने की पेशकश की थी। इसके बदले मठ को 14 लाख का मुआवजा भी दिया गया। बीते दिनों निर्माण का कुछ हिस्सा और डा. भीमराव आंबेडकर की मूíत हटा दी गई थी। अब मठ के पदाधिकारी नई मूíत स्थापित करना चाह रहे हैं। इसके लिए चबूतरे का निर्माण कराया जा रहा था, जिसकी जानकारी किसी ने पुलिस और प्रशासन के अफसरों को दे दी। सीओ अखिलेश भदौरिया, एसीएम अमिताभ और इंस्पेक्टर एपी मिश्र मौके पर पहुंचे। तब वहां केवल मजदूर थे। अधिकारियों ने बिना अनुमति निर्माण नहीं करने की बात कहते हुए मजदूरों को मौके से चलता कर दिया। सीओ ने बताया कि अनुमति के बाद ही निर्माण करने के दिशा-निर्देश मठ के पदाधिकारियों को दिए हैं।


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