पिता को धूप में पसीने से तरबतर देख, आंचल ने बनाई सोलर कूलिंग बेल्ट
ओम बाजपेयी, मेरठ। आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। यह सूक्त वाक्य पूरी तरह सत्य है। वाराणसी के पांडे पुर की मूल निवासी आंचल सिंह ने जो उपकरण तैयार किया है वह गर्मी में बाहर काम करने वाले या सफर में जाने वाले यात्रियों के लिए बेहद उपयोगी है। बीकाम की छात्रा होते हुए उसने इंजीनियरिंग और विज्ञान के छात्रों को प्रेरणा देने का काम किया है। खास बात यह है कि आंचल ने एमआइईटी के अटल इनोवेशन सेंटर की प्रयोगशाला में यह उपकरण तैयार किया है।
आंचल महाराष्ट्र में कल्याण के कोन गांव में पिता के पास रहकर पढ़ाई कर रही है। पिता अखिलेश सिंह वहां पर पेट्रोल पंप पर कार्य करते हैं। तेज धूप की दोपहरी में पेट्रोल पंप पर काम करते पिता को पसीने से लथपथ देखती थी तो मन व्याकुल हो जाता था। गर्मी में मौके पर ठंडा पानी भी नहीं था, बोतल का ठंडा पानी पास में रखते थे पर कुछ ही देर में गर्म हो जाता। इसी ने आंचल को एक ऐसा उपकरण बनाने के लिए प्रेरित किया जो धूप में पानी को ठंडा रखे।
इस तरह कार्य करता है उपकरण
मेरठ के एमआइईटी अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर के इनोवेटर श्याम चौरसिया ने बताया कि डेढ़ माह पूर्व आंचल ने अपने आइडिया के साथ संस्थान में संपर्क किया था। जिसके बाद उसे मेरठ बुलाया गया। जहां उसके आइडिया को मूर्त रूप देने के लिए तकनीकी गाइडेंस दिया और सामान उपलब्ध कराया गया। लैब में ही आंचल ने उपकरण तैयार किया।
इस बेल्ट में पंखा, सोलर प्लेट और थर्मल प्लेट लगी है। पंखा और थर्मल प्लेट सौर ऊर्जा से चलते हैं और पानी को ठंडा कर देते हैं। आंचल ने जो उपकरण बनाया है उसे सोलर कूलिंग बेल्ट का नाम दिया है। यह बेल्ट ऐसा है जैसा हम पैंट में लगाते हैं। इसे बोतल पर बांधना होता है। एक घंटे में इससे पानी फ्रिज जैसा ठंडा हो जाता है। इस पर 4000 का खर्च आया है जो संस्थान ने वहन किया है। श्याम चौरसिया ने बताया कि इसे और माडीफाई किया जा सकता है और लागत कम की जा सकती है। जिस पर काम किया जा रहा है। इसे बाजार में उतारने की योजना है।