Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी संकष्टी चतुर्थी, जानिए मेरठ में पूजा का समय और व्रत का महत्व
आज सभी स्थानों पर संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। भगवान गणेश को समर्पित गणेश चतुर्थी व्रत हर माह चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पौष संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाता है। इस बार 2 जनवरी को यह व्रत रखा जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। Sankashti Chaturthi भगवान गणेश को समर्पित गणेश चतुर्थी व्रत हर माह चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पौष संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाता है, और शनिवार यानि इस बार 2 जनवरी को यह व्रत रखा जाएगा। हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी व्रत का बहुत महत्व है। भगवान गणेश को प्रसन्न करने और उनसे मनचाहा वरदार पाने के लिए यह व्रत रखा जाता है।
संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
मेरठ सूरजकुंड स्थित बाबा मनोहर नाथ मंदिर की महामंडलेश्वर नीलिमानंद महाराज के अनुसार संकष्टी चतुर्थी व्रत पर सुबह और शाम दोनों समय भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। सुबह की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 5.24 से 6.21 बजे है। वहीं शाम की पूजा शाम 5.35 के 6.57 बजे तक की जाएगी।
संकष्टी व्रत का महत्व
मान्यता है कि इस दिन जो जातक सच्चे मन से भगवान गणेश की पूजा अर्चना करते है, भगवान गणेश प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते है। संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से विवाद संबंधी दोष भी दूर होते हैं।संकष्टी चतुर्थी व्रत की पूजा विधि
- संकष्टी चतुर्थी के दिन जल्दी उठकर स्नान कर साफ पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
- चौकी पर साफ आसन बिछाकर उस पर गंगाजल से छिड़काव करें।
- अब साफ चौकी पर भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें।
- मूर्ति स्थापित कर भगवान गणेश को फूल माला चढ़ाए।
- भगवान गणेश के आगे देसी घी का दीपक और धूपबत्ती जलाए।
- इसके बाद गणेश चालीसा पढ़कर गणेश मंत्रों का जाप करें।
- भगवान गणेश की आरती कर पूजा सम्पन्न करें।
- शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पूर्ण करें।