सहारनपुर : स्टार पेपर मिल के STP प्लांट की छत गिरने से संविदाकर्मी की मौत, स्वजन का हंगामा, दिया धरना
सहारनपुर में स्टार पेपर मिल परिसर में बने एसटीपी प्लांट की छत रविवार की शाम अचानक भरभराकर गिर गई। जिसमें पेपर मिल के एक संविदाकर्मी की मलबे में दबकर मौत हो गई। परिजनों को जैसे ही पता चला तो वह मिल के गेट पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया।
सहारनपुर, जेएनएन। सदर बाजार थानाक्षेत्र में स्थित स्टार पेपर मिल परिसर में बने एसटीपी प्लांट की छत रविवार की शाम अचानक भरभराकर गिर गई। जिसमें पेपर मिल के एक संविदाकर्मी की मलबे में दबकर मौत हो गई। संविदाकर्मी के परिजनों को जैसे ही पता चला तो वह मिल के गेट पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का कहना था कि स्टार पेपर मिल अधिकारियों की लापरवाही के कारण युवक की मौत हुई है। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और एसपी सिटी राजेश कुमार ने परिजनों को समझाया और शांत किया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
दरअसल, नकुड़ थानाक्षेत्र के गांव बिड़वी निवासी आशू सैनी पुत्र शिवकुमार सैनी स्टार पेपर मिल में संविदा कर्मचारी के रूप में काम करता था। आशू की अभी उम्र भी मात्र 32 वर्ष ही थी। आशू सैनी एसटीपी प्लांट की लैब में काम करता था। रविवार की शाम करीब चार बजे अचानक एसटीपी प्लांट की छत नीचे गिर गई। जिसमें आशू सैनी लैब में काम करता हुआ दब गया। मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आशू को निकाला और जिला अस्पताल में भिजवाया। जहां पर उसे डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सीएफओ तेजवीर सिंह के नेतृत्व में टीम ने करीब दो घंटे तक रेस्क्यू आपरेशन किया। अनुमान था कि और भी कर्मचारी दबे हुए है, लेकिन बाकी कोई नहीं निकला। देर शाम मृतक के गांव से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मिल के गेट पर पहुंच गए। मृतक के पिता शिवकुमार का आरोप है कि हादसा चार बजे का है और उन्हें सूचना शाम के सात बजे दी गई। आरोप है कि मिल प्रबंधन उन पर समझौते का दबाव बना रहा है। देर रात तक मृतक के परिजन और ग्रामीण मिल के गेट पर डटे हुए थे। उनकी मांग है कि मिल के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उन्हें जेल भेजा जाए।
जर्जर हालत में थी एसटीपी प्लांट की छत
आशू सैनी के पिता शिवकुमार का कहना है कि एसटीपी प्लांट की छत काफी समय से जर्जर हालत में थी। इस प्लांट में काम करने वाले कर्मचारियों ने कई बार मिल प्रबंधन से कहा कि छत की मरम्मत कराई जाए, लेकिन मरम्मत नहीं कराई गई। अब बारिश हुई तो छत और कमजोर हो गई। धूप खिली तो छत नीचे गिर गई।
यह बोले मिल के अधिकारी
स्टार पेपर मिल के जनसंपर्क अधिकारी सुधीर तिवारी का कहना है कि आशू के परिजन गलत आरोप लगा रहे हैं। मिल प्रबंधन की ओर से समझौते का दबाव नहीं बनाया गया है। आशू सैनी उनके यहां पर संविदा कर्मचारी था। बावजूद इसके वह लोग उसके परिवार के साथ हर समय खड़े रहेंगे। उनका कहना है कि शुरू में पता नहीं चल पाया था कि हादसे में कोई कर्मचारी दब गया है। बाद में पता लगा तो उसके परिजनों को सूचना दी गई।