सहारनपुर : शराब की एक गाड़ी पर होती थी 35 लाख की टैक्स चोरी, 25 हजार के इनामी को STF ने किया गिरफ्तार
एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार आरोपित ने राजफाश किया है कि उसकी ट्रांसपोर्ट की गाड़ी से शराब कई जिलों में जाती थी और प्रत्येक चक्कर पर 35 लाख की टैक्स चोरी की जाती थी। आरोपित को एसटीएफ मेरठ ने हरियाणा के जिला महेंद्रगढ़ से गिरफ्तार किया है।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। सहारनपुर जिले के टपरी स्थित को-आपरेटिव लिमिटेड नामक देसी शराब की फैक्ट्री में हुई करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी के मामले में फरार चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी एक आरोपित को मेरठ एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। आरोपित ने राजफाश किया है कि उसकी ट्रांसपोर्ट की गाड़ी से शराब कई जिलों में जाती थी और प्रत्येक चक्कर पर 35 लाख की टैक्स चोरी की जाती थी। आरोपित को एसटीएफ मेरठ ने हरियाणा के जिला महेंद्रगढ़ से गिरफ्तार किया है।
यह है मामला
देहात कोतवाली क्षेत्र के टपरी स्थित देसी शराब की फैक्ट्री में तीन मार्च 2021 को लखनऊ और मेरठ एसटीएफ ने टैक्स चोरी की सूचना पर छापा मारा था। जिसके बाद एसटीएफ ने आठ लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। इस मामले में फैक्ट्री मालिक समेत कई के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। एक मुकदमा टैक्स चोरी का था तो दूसरा आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज किया गया था। इस मामले में आबकारी इंस्पेक्टर समेत कई अधिकारी भी सस्पेंड हुए थे। मुकदमे में मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के सदर थानाक्षेत्र के गांव धड़ेरु निवासी सत्यवान शर्मा पुत्र जयचंद शर्मा हाल निवासी विवेक विहार थाना सदर बाजार सहारनपुर को भी नामजद किया गया था। जबकि उसके बड़े भाई भगवान शर्मा को जेल भेज दिया गया था।
शनिवार को किया गिरफ्तार
सत्यवान काफी समय से फरार चल रहा था। जिस पर एसआइटी लखनऊ की तरफ से आरोपित सत्यवान पर 25 हजार का इनाम किया गया था। एसटीएफ मेरठ के सीओ बृजेश सिंह ने बताया कि सत्यवान की लोकेशन लगातार हरियाणा के महेंद्रगढ़ की आ रही थी। जिसके बाद एसटीएफ टीम ने आरोपित को शनिवार की देर शाम महेंद्रगढ़ के मोहल्ला कहनोडिय़ा में उसकी ससुराल से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को जेल भेज दिया गया है।
मुंशी से बना बड़ा ट्रांसपोर्टर
1999 में सत्यवान कारगो ट्रांसपोर्ट दिल्ली में दो हजार रुपये प्रतिमाह की नौकरी करता था। इस ट्रांसपोर्ट पर वह मुंशी का काम देखता था, लेकिन उसने कुछ दिन के बाद सहारनपुर में खुद की ट्रांसपोर्ट खोल ली। अब उसके पास एक दर्जन से अधिक बड़ी गाडिय़ां है। उसने बताया कि वह एक बिल पर दो गाडिय़ां निकालता था। एक गाड़ी पर रोजाना लगभग 35 लाख का टैक्स चोरी करते थे।