सहारनपुर: पटाखा फैक्ट्री में लगी आग के बाद अफरातफरी, आठ मजदूर झुलसे
हरियाणा के पानीपत जिले के सेक्टर 29 विकास नगर निवासी अमित काफी समय से बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सतपुरा में पटाखा फैक्ट्री चलाते हैं। यहां पर लगभग रोजाना 120 से 125 मजदूर काम करते हैं जिसमें करीब 43 महिलाएं भी शामिल हैं।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सतपुरा में शनिवार की दोपहर एक पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई। इससे अफरातफरी मच गई। हादसे के समय फैक्ट्री में करीब 100 मजदूर काम कर रहे थे। अधिकतर मजदूर फैक्ट्री से बाहर निकल गए। आठ मजदूर झुलस गए हैं। इसमें तीन की हालत गंभीर है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया गया है। विस्फोट से दीवार भी टूट गई।
अचानक कमरे में हुआ शार्ट सर्किट
हरियाणा के पानीपत जिले के सेक्टर 29 विकास नगर निवासी अमित पुत्र राज सिंह काफी समय से बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सतपुरा में पटाखा फैक्ट्री चलाते हैं। यहां पर लगभग रोजाना 120 से 125 मजदूर काम करते हैं, जिसमें करीब 43 महिलाएं भी शामिल हैं। शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे अचानक एक कमरे में शार्ट सर्किट हुआ। पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई। मजदूरों ने फैक्ट्री में लगा वाटर सेफ्टी सिस्टम चालू कर दिया, जिससे कुछ राहत मिली। बिहारीगढ़ थाना प्रभारी मनोज चौधरी के अलावा दमकल विभाग की पांच गाडिय़ां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। वहीं, पुलिस ने सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया।
यह बोले- मुख्य मुख्य अग्निशमन अधिकारी
मुख्य अग्निशमन अधिकारी तेजवीर सिंह ने बताया कि जिस समय आग बुझाई जा रही थी, उसी समय एक हल्का धमाका भी हुआ। उन्होंने बताया कि आग लगने का कारण अभी शार्ट सर्किट सामने आया है। फैक्टरी के अनुमति संबंधी सभी कागजात पूरे है।
ये मजदूर झुलसे
शक्ति पुत्र राकेश निवासी संगीला जनपद अलीगढ़, अंकित पुत्र भूरे सिंह निवासी नरोरा जनपद एटा, देवेन्द्र पुत्र पूर्ण सिंह निवासी नगलावाली जनपद एटा, शैलेन्द्र पुत्र पूर्ण सिंह निवासी नगलावाली जनपद एटा, राजू पुत्र सतेंद्र निवासी साधवा जनपद हाथरस, इंद्रेश पुत्र जगदीश निवासी नगला जनपद एटा, जीतू पुत्र अमर सिंह निवासी नगला जनपद एटा, सुलेमान पुत्र करमूदीन निवासी माडऩी जनपद हाथरस बुरी तरह से झुलस गए। उपरोक्त में से अंकित, सुलेमान, इंद्रेश गंभीर हैं।
पहले भी लग चुकी आग
पटाखा फैक्ट्री के मालिक अमित ने बताया कि अक्टूबर 2020 में पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी। उस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी। तभी से यहां पर कोई भी स्थानीय मजदूर काम नहीं करता है। बाहर से लोगों को यहां पर काम के लिए लाना पड़ता है।