बढ़ने लगी उम्मीदें : थाइलैंड के रास्ते ओलंपिक के सफर पर आरवीसी Meerut News
राष्ट्रीय टीम में शामिल रिमाउंट वेटनरी कोर (आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज) मेरठ के राइडर्स अब अंतरराष्ट्रीय फलक पर जगह बनाने की जुगत में हैं।
By Edited By: Published: Sat, 20 Jul 2019 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 20 Jul 2019 03:00 AM (IST)
मेरठ, [अमित तिवारी] । एशियन गेम्स में रजत पदकों पर छलांग के बाद भारतीय घुड़सवारी टीम से उम्मीद बढ़ने लगी है। राष्ट्रीय टीम में शामिल रिमाउंट वेटनरी कोर (आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज) मेरठ के राइडर्स अब अंतरराष्ट्रीय फलक पर जगह बनाने की जुगत में हैं।
ओलंपिक मेें जाने का रास्ता खुलेगा
ओलंपिक गेम्स के ट्रायल के तौर पर ही घुड़सवारी की अंतरराष्ट्रीय संस्था फेडरेशन ऑफ इक्वेस्टर इंटरनेशनेल (एफईआइ) थाईलैंड में एशियन कंटीनेंटल चैंपियनशिप-2019 आयोजित करने जा रही है। आरवीसी की निगाह इस प्रतियोगिता पर उसी तरह है जिस तरह अर्जुन की मछली पर थी। इस पड़ाव के बाद ही ओलंपिक जाने के रास्ते खुलेंगे। देशभर के राइडर्स तैयारी में जुटे घुड़सवारी की किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन प्रक्रिया बेहद कठिन होती है।
इस तरह होंंगेे ट्रायल
एशियन गेम्स के लिए जहां पांच ट्रायलों से गुजरना पड़ता था, वहीं थाइलैंड में होने वाली इस चैंपियनशिप के लिए त्रिस्तरीय ट्रायल से गुजरना होगा। इक्वेस्ट्रियन फेडरेशन ऑफ इंडिया (ईएफआइ) ने इसके लिए कार्यक्रम घोषित किया है। पहला ट्रायल जयपुर में जबकि दूसरा व तीसरा ट्रायल मेरठ छावनी स्थित आरवीसी में ही होगा। देशभर के सेना व सिविल राइडर्स तीनों ट्रायल में हिस्सा लेंगे। तीनों ट्रायल के बाद अंतिम रूप से चयनित घोड़े आरवीसी के सेफ जोन में रहेंगे।
तीन प्रकार की प्रतियोगिताएं होंगी
यहीं से थाइलैंड के पटाया के लिए रवाना होंगे। फिलहाल आरवीसी घुड़सवारों के लिए अंतरराष्ट्रीय कोच नियुक्त कर कैंप करा रहा है ताकि भारतीय घुड़सवारी को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जा सके। तीनों तरह की प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी टीमें एशियन चैंपियनशिप में तीन तरह की घुड़सवारी प्रतियोगिताएं होंगी। इनमें डेसाज, शो-जंपिंग और इवेंटिंग शामिल है। ईएफआइ की ओर से तीनों इवेंट में एक-एक टीम हिस्सा लेगी। डेसाज और शो-जंपिंग के अलावा इवेंटिंग में डेसाज, क्रॉस कंट्री और शो-जंपिंग में राइडर व घोड़ों की टीम हिस्सा लेगी। अगस्त में शुरू होंगे ट्रायल
एशियन चैंपियनशिप के लिए ट्रायल अगस्त में शुरू होंगे। पहला ट्रायल एक से 15 अगस्त तक जयपुर में 61 कैवेलरी के घुड़सवारी ग्राउंड पर आयोजित किया जाएगा। दूसरा ट्रायल 25 से 30 अगस्त तक और तीसरा ट्रायल 14 से 25 सितंबर तक मेरठ छावनी में आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज के इक्वेट्रियन फील्ड में आयोजित किया जाएगा।
ओलंपिक मेें जाने का रास्ता खुलेगा
ओलंपिक गेम्स के ट्रायल के तौर पर ही घुड़सवारी की अंतरराष्ट्रीय संस्था फेडरेशन ऑफ इक्वेस्टर इंटरनेशनेल (एफईआइ) थाईलैंड में एशियन कंटीनेंटल चैंपियनशिप-2019 आयोजित करने जा रही है। आरवीसी की निगाह इस प्रतियोगिता पर उसी तरह है जिस तरह अर्जुन की मछली पर थी। इस पड़ाव के बाद ही ओलंपिक जाने के रास्ते खुलेंगे। देशभर के राइडर्स तैयारी में जुटे घुड़सवारी की किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन प्रक्रिया बेहद कठिन होती है।
इस तरह होंंगेे ट्रायल
एशियन गेम्स के लिए जहां पांच ट्रायलों से गुजरना पड़ता था, वहीं थाइलैंड में होने वाली इस चैंपियनशिप के लिए त्रिस्तरीय ट्रायल से गुजरना होगा। इक्वेस्ट्रियन फेडरेशन ऑफ इंडिया (ईएफआइ) ने इसके लिए कार्यक्रम घोषित किया है। पहला ट्रायल जयपुर में जबकि दूसरा व तीसरा ट्रायल मेरठ छावनी स्थित आरवीसी में ही होगा। देशभर के सेना व सिविल राइडर्स तीनों ट्रायल में हिस्सा लेंगे। तीनों ट्रायल के बाद अंतिम रूप से चयनित घोड़े आरवीसी के सेफ जोन में रहेंगे।
तीन प्रकार की प्रतियोगिताएं होंगी
यहीं से थाइलैंड के पटाया के लिए रवाना होंगे। फिलहाल आरवीसी घुड़सवारों के लिए अंतरराष्ट्रीय कोच नियुक्त कर कैंप करा रहा है ताकि भारतीय घुड़सवारी को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जा सके। तीनों तरह की प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी टीमें एशियन चैंपियनशिप में तीन तरह की घुड़सवारी प्रतियोगिताएं होंगी। इनमें डेसाज, शो-जंपिंग और इवेंटिंग शामिल है। ईएफआइ की ओर से तीनों इवेंट में एक-एक टीम हिस्सा लेगी। डेसाज और शो-जंपिंग के अलावा इवेंटिंग में डेसाज, क्रॉस कंट्री और शो-जंपिंग में राइडर व घोड़ों की टीम हिस्सा लेगी। अगस्त में शुरू होंगे ट्रायल
एशियन चैंपियनशिप के लिए ट्रायल अगस्त में शुरू होंगे। पहला ट्रायल एक से 15 अगस्त तक जयपुर में 61 कैवेलरी के घुड़सवारी ग्राउंड पर आयोजित किया जाएगा। दूसरा ट्रायल 25 से 30 अगस्त तक और तीसरा ट्रायल 14 से 25 सितंबर तक मेरठ छावनी में आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज के इक्वेट्रियन फील्ड में आयोजित किया जाएगा।
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