काशी में मकान की छत गिरी, पांच घायल
परतापुर के काशी गांव में सोते समय घर की छत गिरने से परिवार के पांचों सदस्य मलबे में दब गए।
मेरठ, जेएनएन। परतापुर के काशी गांव में सोते समय घर की छत गिरने से परिवार के पांचों सदस्य मलबे में दब गए। चीख-पुकार मचने पर ग्रामीणों ने पांचों को निकाल कर सीएचसी पहुंचाया। महिला की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पिता व तीन बेटियों को उपचार के बाद घर भेज दिया।
काशी में भूरा के घर की छत क्षतिग्रस्त हो रही थी। मंगलवार रात भूरा अपनी पत्नी शबाना, बेटी अमरीशी, फौजिया और आफिया के साथ सोया हुआ था। शबाना छह माह की गर्भवती है। रात करीब दो बजे घर की छत गिर गई। आसपास के लोगों ने छत गिरने की आवाज सुनी। वे तुरंत घर की ओर दौड़े और पीड़ितों को निकालना शुरू किया। परतापुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मलबे से दंपती और तीनों बेटियों को निकाल कर सीएचसी पहुंचाया। पिता व तीनों बेटियां मामूली रूप से चोटिल हुए। शबाना के पेट में दर्द होने पर उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसओ सतीश कुमार का कहना है कि पुलिस की मदद से सभी को तत्काल उपचार दिलाया। घर की छत पहले से क्षतिग्रस्त थी, जिसका एक हिस्सा अचानक रात को गिर गया।
भाकियू ने कृषि कानून की प्रतियां फूंकी: भारतीय किसान यूनियन ने बुधवार को विरोध करते हुए कृषि कानूनों की प्रतियां फूंकी। जिले में कई जगह भाकियू के पदाधिकारियों ने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान किसानों से 26 जनवरी को दिल्ली की परेड में ट्रैक्टर समेत चलने के लिए अपील भी किसानों से की गई।
भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी के नेतृत्व में गांव ईकडी में कृषि कानूनों को काला कानून बताकर केंद्र सरकार के विरूद्ध प्रदर्शन किया। बाद में कृषि कानून की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान प्रमोद त्यागी, अंशुल त्यागी, जितेंद्र त्यागी, राकेश त्यागी, राजकुमार त्यागी, नीतू, सतपाल व नरेश आदि मौजूद रहे। वहीं, जिला प्रेस प्रवक्ता बबलू व विनोद के नेतृत्व में गांव जिटौली, जिला महासचिव राजकुमार के नेतृत्व में गांव करनावल, अशफाक प्रधान के नेतृत्व में गांव जैनपुर, महताब व शमीम के नेतृत्व में गांव जसड़, मवाना में नरेश, मुबारिकपुर में शो सिंह व दौराला में मिंटू अहलावत के नेतृत्व में कृषि कानूनों के प्रति फूंककर विरोध प्रदर्शन किया गया।