Roobery In Meerut: डकैती से दहला ईकड़ी, शिव-पार्वती के फ्रेम जड़ी तस्वीर को सोना समझकर ले गए बदमाश
Meerut News रूकमणि ने बताया कि पूजा-घर में शिव-पार्वती व गणेश जी की गोल्डन रंग में फ्रेम हुई तस्वीर रखी थी। जिसे बदमाश सोने का फ्रेम समझकर अपने साथ ले गए। उन्होंने बताया कि पांच बदमाश अंदर थे। बाकी तीन बदमाश मुख्य गेट के पास देखरेख कर रहे थे।
मेरठ, जागरण टीम। सरधना थाना क्षेत्र के ईकड़ी गांव में सोमवार देर रात नकाबपोश बदमाशों ने डकैती डाल दी। इस दौरान पांच बदमाशों ने किसान की कनपटी पर तमंचा लगाकर नीचे के कमरों को खंगाल दिया। बदमाशों की लूट के बाद परिवार दहशत में है। पुलिस अधिकारियों ने आकर पूछताछ की।
एक छोटे कद का और चार थे लंबे नकाबपोश बदमाश
पुलिस पूछताछ में पीड़ित ने नकाबपोश बदमाशों का हुलिया भी बताया। उन्होंने कहा कि पांच बदमाशों में एक छोटे कद का था। बाकी पांच लंबे बदमाश थे। अधिकांश ने जींस पहन रखी थी।
रूकमणि की बेटी शगुन की आंखों में दिखी बदमाशों की दहशत
रूकमणि की 12 वर्षीय बेटी शगुन की आंखों में बदमाशों की दहशत दिखी। रूकमणि ने बताया कि उनके ससुर सतीश की कनपटी पर बदमाशों ने तमंचा लगा रखा था। जब नकाबपोश बदमाश कमरे में अाए तो वह सब नजारा शगुन ने देख लिया। उस दौरान बदमाशों ने शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दी थी। ऐसे में शगुन कुछ ना बता सकी और चुपचाप दबी आवाज में थोड़ी बहुत बात करती दिखी।
रैकी कर बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम
तीन माह पहले बदमाशों ने गजय सिंह से पूछताछ कर पूरी जानकारी ले ली। इसके बाद बदमाशों को पता था कि उन्हे पड़ोस के बराबर वाले प्लाट से ऊपर चढ़कर छत के रास्ते पहली सीढ़ियों से नीचे उतरना है। क्योंकि, पूरे घर की चाबी सतीश के पास ही रखी रहती है। सतीश ने बताया कि वह अपने सिर के पास ही चाबी रखकर सोते है। इसलिए बदमाशों ने पहले उनसे चाबी मांगी।
पुलिस समय से करती कार्रवाई तो शायद नहीं होती वारदात
ग्रामीणों ने बताया कि गांव निवासी गजय सिंह पुत्र आशाराम को मुख्य गेट के पास दुकान सतीश त्यागी ने करीब 15 वर्ष से किराए पर दे रखी है। वह वहां पर पेंचर की दुकान करता है। करीब तीन माह पहले गजय सिंह रात को दुकान के पास सो रहा था। क्योंकि, उस समय हलकी ठंड थी। उस रात छह नकाबपोश बदमाश आए और गजय सिंह की कनपटी पर तमंचा लगाकर ईंख में ले गए थे। जहां उससे बदमाशों ने आसपास के घरों के बारे में पूरी जानकारी की थी।
जब बदमाशों ने उससे मारपीट शुरू की। तभी ग्रामीण मौके पर पहुंच गए थे। जिन्हे देखकर बदमाश फरार हो गए थे। इसके बाद थाने में भी तहरीर दी थी। लेकिन, पुलिस ने इस मामले में कोई कारवाई नहीं की। अगर समय रहते कार्रवाई होती तो गांव में डकैती की वारदात नहीं होती। सतीश ने बताया कि इस घटना के बाद ही घर में आठ सीसीटीवी लगवाए थे।
वारदात के बाद जागा पुलिस महकमा
ग्राम प्रधान अमित त्यागी ने बताया कि पुलिस को सवा आठ बजे फोन किया था। आधे घंटे में पुलिस आ गई थी। लेकिन, 11 बजे इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह पहुंचे। जहां, उन्होंने घर में कुत्ता रखने की नसीहत दे दी। इसके बाद सीओ ब्रजेश कुमार, एसएसपी रोहित सिंह साजवाण व आइजी प्रवीण कुमार भी पहुंच गए और पीड़ित परिवार से जानकारी लेकर निरीक्षण किया।