Accident In Baghpat: हादसों में खून से लाल हो रही बागपत की सड़कें, जानिए-एक साल में कितनों ने गंवाई जान
बागपत जिले में तो यातायात माह भी बेमानी होता ही नजर आ रहा है। हादसों में बागपत की सड़कें खून से लाल हो रही है। यातायात माह में भी हादसों की भरमार है। शायद ही कोई कुछ दिन गुजरता होगा जब हादसा नहीं होता हो।
बागपत, जेएनएन। Accident In Baghpat हादसों में बागपत की सड़कें खून से लाल हो रही है। यातायात माह में भी हादसों की भरमार है। शायद ही कोई कुछ दिन गुजरता होगा, जब हादसा नहीं होता हो। पुलिस व परिवहन विभाग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोई पुख्ता कदम नहीं उठा पा रहा है। बागपत में पहले ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर ज्यादा हादसे होते थे, लेकिन अब दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे का भी हादसों की बाढ़ आ गई है।
यह है हालात
हाईवे का अधिकांश निर्माण हो जाने से वाहनों की संख्या व स्पीड काफी बढ़ गई है। अधिकांश हादसे वाहनों की तेज रफ्तार होने के कारण हो रहे है। इस साल 85 लोगों की हादसों में मौत हो चुकी है। दो दिन पहले ही हाईवे पर शहर के नशा मुक्ति केंद्र के पास रोडवेज व मिनी बस की भिड़ंत हुई थी, जिसमें एक दर्जन से अधिक यात्री घायल हुए थे। डेढ़ माह पहले रमाला क्षेत्र में ही हादसे में चार लोगों की मौत हुई थी।
किस काम के अभियान
पुलिस व परिवहन विभाग दावे करते हैं कि अभियान चलाकर लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है,लेकिन उसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है।
खाकी वाले भी खूब तोड़ते हैं नियम
जनता को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने वाले पुलिसवाले सड़कों पर खुद यातायात नियम का पालन करना भूल जाते हैं। सड़कों पर हर रोज बाइक पर बगैर हेलमेट तथा कार में बगैर सीट बेल्ट सफर करते पुलिसकर्मी दिखाई देते रहते हैं।
वर्ष हादसे घायल मौत
2020 160 175 85
2019 275 209 147
2018 265 230 140
2017 250 134 180
2016 231 118 173
2015 202 83 185
(एआरटीओ सुभाष राजपूत के मुताबिक)