मेरठ में सड़कों का हाल : प्रस्ताव, स्वीकृति और टेंडर में बीत गया पूरा साल, जानें-ताजा हाल
शहर की सड़कों का हाल किसी ने भी नहीं छिपा है। यहां पर बागपत रोड मवाना रोड व बागपत रोड पर भी हाल खराब है। मवाना रोड पर जल्दबाजी में काम तो पूरा हो गया लेकिन अभी भी कुछ कार्य शेष बचा है। हालात सुधरते नहीं दिख रहे।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ शहर की मुख्य सड़कों का साल 2020 प्रस्ताव, स्वीकृति और टेंडर प्रक्रिया में ही बीत गया। साल के अंत में सड़कों पर निर्माण कार्य तो शुरू हुए लेकिन दिसंबर तक अधूरे ही रह गए और ठंड ने दस्तक दे दी। सर्दी के मौसम में तापमान बेहद कम होने पर काली सड़क बनाने के सभी कार्य बंद कर दिए जाते हैं। उसके पीछे तकनीकी कारण है कि सड़क पर बिछाए जाने वाला बिटुमिन कम तापमान में रूक नहीं पाता है। इसके लिए तापमान 25 डिग्री से जितना अधिक होगा, उतना बेहतर होता है। ठंड के मौसम में दिसंबर से फरवरी तक सभी निर्माण कार्य ठप रहते हैं।
काम अटके, पैसे की कमी तो कहीं टेंडर अटका
मेरठ शहर की मुख्य सड़कों में शामिल बागपत रोड, मवाना रोड व बागपत रोड पर भी यही हाल है। मवाना रोड पर जल्दबाजी में काम तो पूरा हो गया, लेकिन अभी भी कुछ कार्य शेष बचा है। वहीं, रूड़की रोड पर रैपिड के चलते निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया। उधर, बागपत रोड पर पहली किश्त का पैसा खत्म हो गया है, दूसरी किश्त की धनराशि फरवरी तक जारी होगी। जिसके बाद ही निर्माण कार्य आगे बढ़ पाएगा।
मलियाना पुल की मरम्मत भी ठंडे बस्ते में
बागपत रोड स्थित मलियाना पुल की मरम्मत का मामला पिछले छह माह से ठंडे बस्ते में पड़ा है। प्रस्ताव भेजने से लेकर स्वीकृति और टेंडर तक छह माह बीत गए हैं। इस कार्यकाल में मरम्मत का कार्य शुरू तक नहीं हो पाया। जून और जुलाई माह में मलियाना पुल से दो बार ट्रक नीचे गिरने की दुर्घटना हुई। जिसके बाद लोक निर्माण विभाग ने सुध तो ले ली, लेकिन कार्य की गति कछुए की चाल की तरह आगे बढ रही है।