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मुजफ्फरनगर : रालोद ने भाईचारा सम्‍मेलन में भरी हुंकार, भाजपा पर साधा निशाना

रालोद के मुजफ्फरनगर में आयोजित भाईचारा सम्‍मेलन का आगाज स्व. चौधरी अजित सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने से हुआ। सम्‍मेलन में वक्‍ताओं ने कहा कि पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में डर पैदा कर राजनीति का खेल रचा गया था जिसमें इंसानियत को नुकसान हुआ।

By Taruna TayalEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 05:04 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 05:04 PM (IST)
मुजफ्फरनगर : रालोद ने भाईचारा सम्‍मेलन में भरी हुंकार, भाजपा पर साधा निशाना
रालोद के मुजफ्फरनगर में आयोजित भाईचारा सम्‍मेलन में मौजूद नेता

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। रालोद के भाईचारा सम्मेलन में वक्‍ताओं ने कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण किसान बर्बाद हो गया है। देश-प्रदेश में आपसी भाईचारे को सांप्रदायिक ताकतों ने ठेस पहुंचाई है।

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मंगलवार को आयोजित सम्‍मेलन में वक्‍ताओं ने चौधरी चरण सिंह और चौधरी अजित सिंह द्वारा देश-प्रदेश के विकास के साथ किसानों, मजदूरों के उत्थान के लिए किए गए कार्यों को याद किया। कहा कि सत्ता के लालच में कुछ सांप्रदायिक ताकतों ने आपसी भाईचारे के ताने-बाने को तोड़ दिया। जिसके असर से लोग जातियों में बंट गए। अब किसान सहित सारी जनता सब कुछ समझ चुकी है। आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका परिणाम दिखाई देगा। भाजपा ने देश बेचने का काम किया है। अर्थव्यवस्था को चौपट कर पूंजीपतियों को संस्थाएं और संसाधनों को थमा दिया गया है।

इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी मुंशीराम पाल, राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा, राष्ट्रीय सचिव सुखबीर सिंह गठिना व अहमद हमीद, जय किशोर, उप्र चुनाव समिति सदस्य भोपाल सिंह गुर्जर, क्षेत्रीय अध्यक्ष अनुसूचित जाति जनजाति सुशील कुमार, जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर और क्षेत्रीय अध्‍यक्ष हस्तिनापुर क्षेत्र यशवीर सिंह ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम आयोजक चौधरी अभिषेक सिंह गुर्जर ने संचालन किया। इस दौरान पूर्व विधायक अजय तोमर, पूर्व विधायक मौलाना जमील अहमद, जगदीश आर्य,  कृष्णपाल राठी, कमल गौतम, ओमसिंह, किसान नेता उधम सिंह, सरदार मेजर सिंह, सोमपाल सिंह, युधिष्ठिर बालियान, ज्ञानेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

एक आंख गंगा तो दूसरी जमुना

कार्यक्रम में वक्ताओं ने हुंकार भरी और एकता के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि पश्चिम में डर पैदा कर राजनीति का खेल रचा गया था। जिसमें इंसानियत को नुकसान हुआ। यहां की असल पहचान एक आंख गंगा और दूसरी जमुना है, जबकि दिल समंदर है। कहा कि दूध और चीनी के समान सभी को मिलकर आपस में मोहब्बत से आगे बढ़ना है।

अन्नदाता देगा समय आने पर जवाब

वक्ताओं ने कहा कि अन्नदाताओं के लिए चोरी-छिपे काला कानून बनाया गया। जिसमें अन्नदाता की जमीन से लेकर फसल तक से अधिकार छीनने का मंसूबा बना है। देश का किसान कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए आंदोलनरत है। जल्द ही समय आने पर इसका जवाब देगा।


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