Delhi-Meerut Expressway: उद्घाटन होने तक एक्सप्रेस वे पर वाहनों की पाबंदी, मनमानी की तो पड़ेगी फटकार
मेरठ से डासना वाले हिस्से पर कामकाज में बाधा बन रहे वाहनों के प्रवेश पर अब पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। वाहन चालकों की मनमानी रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से सख्त कदम उठाया गया है।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे के मेरठ से डासना वाले हिस्से पर कामकाज में बाधा बन रहे वाहनों के प्रवेश पर अब पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। वाहन चालकों की मनमानी रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से सख्त कदम उठाया गया है। सभी प्रवेश व निकास प्वाइंटों पर पुलिस तैनात कर दी गई है। जो भी वाहन चालक एक्सप्रेस वे पर जाने की कोशिश करते हैं उन्हें फटकार कर वापस किया जा रहा है। यह व्यवस्था तब तक चलती रहेगी जब तक यह हिस्सा पूरी तरह से तैयार नहीं हो जाता। यानी कि उद्घाटन तक यह सिलसिला चलने वाला है। बहरहाल 15 मार्च इसका लक्ष्य रखा गया है तो यह मानकर चला जाए कि 15 मार्च तक वाहनों के प्रवेश व निकास की पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। बाइक हो या कार ट्रक या बस किसी का भी प्रवेश नहीं होगा। 15 मार्च के बाद क्या इस पर वाहन छोड़े जाएंगे या फिर प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो का इंतजार होगा। बहरहाल अभी जो वाहन चालक इस एक्सप्रेस वे से दिल्ली का सफर आधे घंटे में तय कर रहे थे उनको अब फिर मोदीनगर के रास्ते से जाना पड़ेगा। हालांकि यह कदम इसलिए उठाना जरूरी था क्योंकि कभी भी दुर्घटना हो सकती थी। क्योंकि एक्सप्रेस-वे का निर्माण अभी चल रहा है कहीं भी कभी भी काम बीच में शुरू हो जाता है। कहीं डंपर खड़े रहते हैं तो कहीं मशीनें । कहीं एक्सप्रेस वे पर झाड़ू लगाया जाता है तो कहीं स्ट्रीट लाइट या फिर पेंटिंग का कार्य होता है। लेकिन जो वाहन इस पर चले जाते थे वे 200 की गति तक रफ्तार पकड़ते थे। गौरतलब है कि एक्सप्रेस वे पर दुर्घटना की आशंका के मद्देनजर एनएचएआइ की ओर से जिलाधिकारी गाजियाबाद और मेरठ एसएसपी गाजियाबाद और मेरठ साथ ही संबंधित थानाध्यक्षों को एक फरवरी को ही पत्र दिया गया था।