बसपा नेता समेत 12 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव
डब्लूएचओ एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम के बसपा नेता समेत क्वारंटाइन किए 12 लोगों की शुक्रवार को रिपोर्ट निगेटिव आयी है। नगर में कोरोना संक्रमितों की चेन टूटने से प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है।
मेरठ, जेएनएन। डब्लूएचओ एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम के बसपा नेता समेत क्वारंटाइन किए 12 लोगों की शुक्रवार को रिपोर्ट निगेटिव आयी है। नगर में कोरोना संक्रमितों की चेन टूटने से प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है।
मंगलवार रात डब्लूएचओ व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जमातियों के संपर्क के शक में मोहल्ला हीरालाल निवासी बसपा नेता समेत 12 लोगों को मंगलवार रात एएसपीजी कालेज में क्वारंटाइन किया गया था। बसपा नेता को हार्ट की बीमारी के कारण होम क्वारंटाइन कर दिया था। इन सभी की थर्मल स्कैनिंग के साथ ही सैंपल जांच के लिये भेजे गए थे। शुक्रवार को इनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। कृषक पीजी में क्वारंटाइन दस लोग छोड़े
कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने के शक में फलावदा स्थित मदरसे से दस लोगों को कृषक पीजी कालेज में क्वारंटाइन किया गया था। समयावधि पूरी होने पर शुक्रवार को उन्हें वापस फलावदा भिजवा दिया गया। जहां नपा कार्यालय पर उक्त लोगों के साथ चिकित्सक दल पर फूल बरसाकर स्वागत किया गया। चेयरमैन मवाना अय्युब कालिया खुद उन्हें लेकर मवाना गए। जहां नपा कार्यालय पर फलावदा चेयरमैन अब्दुस समद, ईओ नीतू सिंह, सपा युवजन सभा के जिलाध्यक्ष रिहानुदद्ीन आदि ने फूल बरसाकर क्वारंटाइन से लौटे लोगों का सम्मान किया। सीएचसी प्रभारी डा. सतीश भास्कर ने बताया कि क्वारंटाइन का समय पूरा होने पर उन्हें घर जाने की अनुमति दी गई है। क्वारंटाइन रखना डब्लूएचओ व स्वास्थ्य विभाग की सामान्य प्रक्रिया
कृषक पीजी कालेज से क्वारंटाइन से भेजे गए दस जमातियों ने 14 के बजाय 24 दिन क्वारंटटाइन करने का आरोप लगाया। नगर पंचायत ईओ व चेयरमैन पर आरोप लगाया कि उन्हें महमूदाबाद के जमाती बताकर क्वारंटाइन कराया गया। इस कारण उन्हें 14 दिन के बजाय 24 दिन कृषक पीजी कालेज में रहना पड़ा है। सीएचसी प्रभारी डा. सतीश भास्कर का कहना है कि क्वारंटाइन रखना डब्लूएचओ व स्वास्थ्य विभाग की सामान्य प्रक्रिया है। अधिक दिन रखने के आरोप को उन्होंने गलत बताया। वहीं फलावदा ईओ नीतू सिंह व चेयरमैन अब्दुस समद ने भी जमातियों के आरोपों को निराधार बताया।