Rupak Murder Case: छह दिन की खोदाई के बाद बोरवेल से मिले रूपक की आंत, सिर की हड़डी और बाल
Rupak Murder Caseबोरवेल से मिले रूपक के शव के अवशेष। विशेषज्ञों की राय से काट-काट कर बाहर निकाले जा रहे अंग।
मेरठ, जेएनएन। आखिरकार छह दिन की खोदाई के बाद मंगलवार रात जिटोला गांव में बोरवेल से रूपक के शव के अवशेष मिलने शुरू हो गए। मौके पर विशेषज्ञ बुलाए गए हैं। उनके निर्देश पर शव के टुकड़े निकाले जा रहे हैं। अब तक बाल और कुछ अंग निकले हैं। इन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।
दोस्त विशाल हिरासत में
23 वर्षीय रूपक उर्फ भूरी पुत्र जसवंत सिंह की 25 जून को दोस्तों ने घर से बुलाकर जिटोला गांव के जंगल में हत्या कर दी थी। बीते शुक्रवार को पुलिस ने मुख्य आरोपित विक्की उर्फ जोसठ के दोस्त विशाल को हिरासत में लिया था। उसने पुलिस को बताया कि विक्की ने उसे बताया था कि रूपक की हत्या कर शव के टुकड़े कर नलकूप के बोरवेल में डाल दिए हैं। तब से पुलिस बोरवेल से रूपक के शव को बरामद करने का प्रयास कर रही थी। सोमवार रात तक जेसीबी व पोकलेन से 60 फीट तक खोदाई की गई।
विशेषज्ञों की मदद ली
मंगलवार को पुलिस ने पीएसी व तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली। प्रभारी निरीक्षक उपेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि बोरवेल से रूपक के शव के क्षत-विक्षत टुकड़े निकल रहे हैं। विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। इन्हें इक_ा किया जा रहा है और पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद कंकरखेड़ा पुलिस इस मामले को हत्या में तरमीम करेगी। वहीं, छह दिन में किसी भी आलाधिकारी के मौके पर न पहुंचने पर स्वजनों ने रोष प्रकट किया।
भीम आर्मी ने किया हंगामा
भीम अर्मी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अनुसूचित जाति के युवक की हत्या का राजफाश न करने को लेकर हंगामा किया। उनका कहना था कि पुलिस के आला अफसरों ने मौके पर आकर झांका तक नहीं। जिला अध्यक्ष विकास हरित, जिला प्रभारी बिजेंद्र दूध, जयप्रकाश, रवि नागवंशी, महिपाल, रोबिन व खेरवाल आदि मौजूद रहे।
रूपक के स्वजनों का प्रदर्शन, एडीजी से मिले
रूपक हत्याकांड में शव बरामद न होने ओर पुलिस की लापरवाही से परेशान परिजनों का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा। उनका कहना था कि हत्या कर उनके लाल के टुकड़े कर बोरवेल में डाल दिए गए लेकिन पुलिस की लचर कार्रवाई से अभी तक मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी तक नहीं हुई। कार्रवाई की मांग को लेकर स्वजनों ने कमिश्नरी चौराहे पर प्रदर्शन किया। सीओ सिविल लाइन संजीव देशवाल ने स्वजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। रूपक की मां ने अधिकारियों से कहा कि पुलिस कुख्यात विकास दुबे को ढूंढ सकती है तो उसके बेटे के हत्यारोपित को क्यों नहीं। स्वजन एडीजी से मिले और कार्रवाई की मांग की। एडीजी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अवनीश काजला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पीडि़त परिवार से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की।