रिकार्ड बारिश..फिर भी नहीं फिसला पारा
नवंबर में रिकार्ड बारिश के बावजूद इस बार कड़ाके की ठंड से मेरठ वासियों का सामना नहीं हुआ है। इस बार न्यूनतम तापमान का औसत 14.3 डिग्री रहा है।
मेरठ, जेएनएन : नवंबर में रिकार्ड बारिश के बावजूद इस बार कड़ाके की ठंड से मेरठ वासियों का सामना नहीं हुआ है। इस बार न्यूनतम तापमान का औसत 14.3 डिग्री रहा है। वर्ष 2000 से उपलब्ध मौसम विभाग के आंकड़ों में यह सबसे अधिक है। पिछले तीन सालों के औसत को देखें तो यह हर बार औसत न्यूनतम तापमान 13 डिग्री से कम रहा है। ठंड के आगाज के माह में इस बार मौसम का यह बदला ट्रेंड वैज्ञानिकों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है। आने वाले सीजन में ठंड का क्या रुख रहेगा, इसको लेकर असमंजस की स्थिति है।
वातावरण में ठंड को क्षेत्र विशेष के न्यूनतम तापमान से मापा जाता है। जितना न्यूनतम तापमान कम होगा, ठंड उतनी ज्यादा होगी। नवंबर माह में मेरठ का सामान्य औसत तापमान 11.5 डिग्री (एक से 30 नवंबर के न्यूनतम तापमान का औसत) है। नवंबर में ठंड की शुरुआत हो जाती है, कई मौकों पर तापमान गिरने से जबरदस्त ठिठुरन का अहसास होता है। इस बार ऐसा नहीं हुआ। 2016 से 2018 के औसत न्यूनतम तापमान पर नजर डालें तो यह 12 और 12.9 के बीच रहा है। इसके पहले वर्ष 2010 में औसत न्यूनतम पारा 14.1 आंका गया था, जबकि इस बार यह 14.3 रहा है।
1894 के बाद इस बार सर्वाधिक बारिश
पिछले 30 साल के औसत को देखें तो नवंबर में मेरठ में बारिश यदा-कदा ही होती है। इस माह बारिश का औसत 1.4 मिमी का है। गत वर्षो में पांच साल बारिश नहीं हुई, शेष चार सालों में मामूली बारिश हुई है, लेकिन इस बार 28 नवंबर को 25 मिमी बारिश हुई है। 29 को भी बिजली चमक के बीच गरजते हुए मेघा बरसे और ओलावृष्टि भी हुई। मौसम विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार इसके 24 घंटे के अंतराल में इतनी बारिश वर्ष 1884 में हुई थी। तब 28.5 मिमी बारिश चार नवंबर 1894 को हु्रई थी। माह में अधिकतम बारिश का औसत भी इसी वर्ष का है, 44.5 मिमी बारिश हुई। वर्ष 2019 में नवंबर में कुल 35.7 मिमी बारिश हुई है।
आमजन में धारणा है कि ठंड में बारिश होने से पारा गिरता है। इस बार नवंबर का औसत तापमान सामान्य से से 2.8 डिग्री अधिक रहा है। इसी के साथ हर वर्ष नवंबर में मेरठ का तापमान एक बार जरूर 10 डिग्री से नीचे जाता रहा है। यह मेरठ के मौसम का ट्रेंड रहा है, लेकिन इस बार नवंबर में एक भी दिन 10 डिग्री के नीचे पारा नहीं गया।
प्रदूषण का असर
कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने कहा कि इस बार नवंबर में वातावरण में प्रदूषण की गहरी परत छायी रही। प्रदूषण की कारक गैसें ऊष्मा को बाहर निकलने नहीं देतीं, इससे वातावरण गर्म रहता है। इस बार ऐसा ही हुआ है। वहीं, सरदार पटेल कृषि विवि के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि नवंबर माह में न्यूनतम तापमान इस बार सामान्य से खासा बढ़ा हुआ रहा है। वर्ष 2000 से उपलब्ध आंकड़ों में यह सर्वाधिक है। दिसंबर के प्रथम सप्ताह के बाद ठंड में इजाफा होने के आसार हैं।
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पिछले कुछ वर्षो में नवंबर में ऐसा रहा मौसम का मिजाज
वर्ष निम्नतम पारा (तिथि) माह में हुई कुल बारिश औसत न्यूनतम तापमान
2010 - 8.5 (27 ) 1.1 14.1
2011 - 11.7 (08 ) 00 12.9
2012 - 8.1 (23 ) 1.8 11.1
2013 - 7.4 (15 ) 0.4 11.2
2014 - 8.5 (25 ) 0.0 12.8
2015 - 10.0 (27) 2.6 13.7
2016 - 9.5 (28 ) 0.0 12.0
2017 - 8.4 (29 ) 0.0 12.4
2018 - 9.2 (25 ) 0.0 12.9
2019 - 10.6 (21) 35.7 14.3 नोट: तापमान डिग्री सेल्सियस में है। आंकड़े मौसम विभाग के हैं।