मस्जिदों में नहीं घर में ही पढ़ें तरावीह और नमाज
रमजान माह का आगाज हुआ और शनिवार को अकीदत के साथ पहला रोजा रखा गया। हाईरिस्क जोन के सभी थाना क्षेत्रों में शहर कारी इमाम और पदाधिकारियों ने लाउडस्पीकर से पुलिस के साथ मिलकर लोगों से घरों में रहने की अपील की गई। रमजान के दौरान सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन करने के लिए भी कहा गया।
मेरठ, जेएनएन। रमजान माह का आगाज हुआ और शनिवार को अकीदत के साथ पहला रोजा रखा गया। हाईरिस्क जोन के सभी थाना क्षेत्रों में शहर कारी, इमाम और पदाधिकारियों ने लाउडस्पीकर से पुलिस के साथ मिलकर लोगों से घरों में रहने की अपील की गई। रमजान के दौरान सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन करने के लिए भी कहा गया।
लिसाड़ी गेट, सदर बाजार, नौचंदी, ब्रह्मापुरी और कोतवाली थाना क्षेत्रों में मस्जिद के इमाम शनिवार को खुद पुलिस के साथ अपने-अपने क्षेत्रों में घूमे। उन्होंने लाउडस्पीकर से ऐलान भी किया। समाज के सभी लोगों को बताया गया कि कोरोना संक्रमण एक महामारी है। इससे बचने के लिए ही सरकार ने लॉकडाउन का आदेश दिया है। यह हम सब की सुरक्षा के लिए है। सभी लोग घरों के अंदर ही तरावीह पढ़ें और पांचों समय की नमाज भी घर में ही अदा करें।
परिवार के साथ इबादत का मौका : इमाम ने कहा कि इस बार सभी को रमजान में लॉकडाउन का पालन करना है। सरकार, पुलिस और डाक्टर जैसा कह रहे हैं, वैसा करें। सबको हर हाल में अल्लाह का शुक्र अदा करना है। यह ठीक है कि आप घर से बाहर नहीं जा सकते। मस्जिद में नमाज अदा नहीं कर सकते है। अल्लाह ने आपको मौका दिया है कि रमजान में अपने घर में परिवारवालों के साथ नमाज अदा करें। इफ्तार और सहरी भी करें। काफी लोग परिवार के साथ रोजा खोलने से भी तरसते थे। इस बार परिवार के साथ रहने के लिए भी अल्लाह का शुक्र अदा करें। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि सभी थाना क्षेत्रों में लाउडस्पीकर से एलान करा दिया है। पुलिस अपनी ड्यूटी कर रही है। दो कंपनी आरआरएफ और दो कंपनी पीएसी लगा दी है। सभी एएसपी और सीओ भी लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने में लगे हैं।