Rapid Rail Project: मेरठ में ब्रह्मपुरी स्टेशन पर एलाइनमेंट के लिए बनाए जा रहे 18 पोर्टल पिलर
Rapid Rail Project मेरठ में रैपिड रेल के लिए तीव्र गति के साथ काम किया जा रहा है। इसी क्रम में ब्रह्मपुरी स्टेशन के पास कारिडोर के एलाइनमेंट के लिए 10 मीटर ऊंचे 18 पोर्टल पिलर का निर्माण होगा। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक ने दौरा किया।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Rapid Rail Project मेरठ के ब्रह्मपुरी स्टेशन के पास कारिडोर के एलाइनमेंट के लिए 10 मीटर ऊंचे 18 पोर्टल पिलर का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से 11 पोर्टल पिलर ब्रह्मपुरी स्टेशन से पहले मेवला फ्लाईओवर को पार करने के बाद दिल्ली से आने की दिशा में व सात पोर्टल पिलर ब्रह्मपुरी स्टेशन के बाद मेरठ की दिशा में बनाए जा रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में पूरे कारिडोर में सिर्फ इसी स्थान पर पोर्टल पिलर बनाए जा रहे हैं।
दोनों किनारों पर पिलर
पोर्टल पिलर वास्तव में ऐसे पिलर होते हैं, जिनके दोनों किनारों पर पिलर खड़े होते हैं। जिनके ऊपर पोर्टल बीम रखकर एक टेबलनुमा आकार बनाया जाता है। इसी के ऊपर पटरी बिछाने के लिए वायाडक्ट का निर्माण किया जाता है। दिल्ली की तरफ से आते हुए कारिडोर हल्के घुमाव के बाद मेवला रेलवे क्रासिंग के समानांतर होते हुए इस स्टेशन पर पहुंचता है। फिर हल्के घुमाव के साथ वापस सड़क के मध्य में पहुंचता है।
आम जनता का ध्यान
जहां आगे मेरठ सेंट्रल भूमिगत स्टेशन के लिए रैंप की शुरुआत हो जाती है। इन दोनों घुमाव वाले स्थानों पर सामान्य पिलर के बदले पोर्टल पिलर बनाए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि आरआरटीएस वायाडक्ट के निर्माण के दौरान दिल्ली मेरठ रोड का मुख्य रास्ता किसी भी प्रकार से बाधित न हो और रोजाना की तरह यातायात आम जनता के लिए निर्माण कार्य के समाप्त होने के बाद भी सामान्य रहे।
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक ने किया निरीक्षण
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने सोमवार को उच्च अधिकारियों के साथ आरआरटीएस कारिडोर के मेरठ खंड का निरीक्षण किया। निर्माण कार्यों का जायजा लिया। ब्रह्मपुरी के पूरे एलिवेटेड सेक्शन पर उन्होंने पैदल चल कर निरीक्षण किया। बाद में शताब्दी नगर में कास्टिंग यार्ड पहुंचे। एमईएस कालोनी से मोदीपुरम तक का दौरा किया।
सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
भूमिगत खंड के तीनों भूमिगत स्टेशनों के काम की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने डी-वाल कास्टिंग की चुनौतियों और जटिलताओं को समझने के लिए इंजीनियरों की एक टीम के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि शहर के भीतर निर्माण के दौरान फील्ड टीम को सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए और साथ ही निर्माण के दौरान स्थानीय नागरिकों को न्यूनतम असुविधा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर कदम उठाते रहने चाहिए।