ओडीएफ डबल प्लस का मूल्यांकन करने पहुंची क्यूसीआइ की टीम
ओडीएफ डबल प्लस को मूल्यांकन मंगलवार से शुरू हो गया। मूल्यांकन मानकों के आधार पर होगा। मानक पूरे होने पर ही ओडीएफ डबल प्लस का सर्टिफिकेट मिलेगा।
मेरठ, जेएनएन। ओडीएफ डबल प्लस को मूल्यांकन मंगलवार से शुरू हो गया। मूल्यांकन मानकों के आधार पर होगा। मानक पूरे होने पर ही ओडीएफ डबल प्लस का सर्टिफिकेट मिलेगा।
मूल्यांकन के लिए केंद्र से क्वालिटी ऑफ कंट्रोल (क्यूसीआई) की दो सदस्यीय टीम मंगलवार की सुबह 11 बजे नगर आयुक्त कैंप कार्यालय पहुंची। दो दिवसीय सर्वेक्षण पर आई टीम के सदस्य सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालय जाकर वहां पर ओडीएफ डबल प्लस के निर्धारित मानकों को देख रहे हैं। तेजगढ़ी चौराहा, एल ब्लाक तिराहा, मेडिकल कॉलेज के समीप स्थित शौचालय देखा। टीम शौचालयों पर बेहतर सफाई, डस्टबिन, बिजली, पानी, शीशा-कंघा, सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन, इंसीनरेटर, फीडबैक मशीन, टिशू पेपर, फ्रेशनर, साबुन, हैंड वॉश जैसी सुविधाएं देख रही है। इसके अलावा पेंटिंग, रैंप, रेलिंग और गमले हैं या नहीं। टीम के पहुंचते ही नगर निगम के सफाई निरीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय कर दिया गया। नगर निगम अधिकारी भी बराबर नजर रखते रहें, ताकि टीम के पहुंचने पर मानक के अनुसार सुविधाएं मिले। नगर निगम ने ओडीएफ डबल प्लस का दावा किया है। शहर में 97 सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालय बनाए जा चुके हैं। करीब 25 फीसद शौचालयों में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग व इंसीनरेटर मशीन स्थापित की गई है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गजेंद्र सिंह ने कहा कि टीम अकेले सर्वेक्षण कर रही है। अधिकारियों व कर्मचारियों को बिना बताए सर्वेक्षण चल रहा है। हालांकि जो फीडबैक मिला है। वह सकारात्मक है। उन्होंने कहा कि क्यूसीआई की निरीक्षण रिपोर्ट ओडीएफ डबल प्लस का सर्टिफिकेट तय करेगा। यह सर्टिफिकेट मिलता है तो स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में नगर निगम को अच्छे अंक मिल सकेंगे।