भैयादूज पर दुश्वारियों भरा रहा ट्रेन का सफर
मेरठ : भ्भैयादूज पर ट्रेन का सफर दुश्वारियों भरा रहा। यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
मेरठ : भैयादूज पर ट्रेन का सफर दुश्वारियों भरा रहा। यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए कड़ी जद्दोजहद करनी पड़ी। दोपहर करीब 12 बजे आई उज्जैनी एक्सप्रेस में सवार होने के लिए यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी। उधर, एक महिला का बैग ट्रेन में रह जाने के कारण चेन पुलिंग करनी पड़ी। सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक के अंतराल में सिटी स्टेशन से चार ट्रेनें गुजरीं। इनमें सबसे ज्यादा भीड़ रही। आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) के मुस्तैद रहने के बाद भी यात्रियों ने नियमों की धज्जियां उड़ाई। किसी ने रेलवे ट्रैक पार किया तो कोई ट्रेन के लगेज कोच में चढ़ गया। एटीवीएम का भी नहीं पता
स्टेशन पर पिछले कई साल से ऑटोमेटिक टिकट वेंडिग मशीन लगी हुई है, लेकिन इनके संचालन के लिए रेलवे लापरवाह है। इसके बारे में यात्रियों को पता नहीं चल सका है। इसके कारण यह कबाड़ बनी हुई है। बाल-बाल बचा युवक
शुक्रवार सुबह सिटी स्टेशन पर एनडीएस पैसेंजर को पकड़ने के लिए सरकारी नौकरी में कार्यरत युवक भाग रहा था। अचानक से वह प्लेटफॉर्म पर गिर पड़ा। आरपीएफ जवानों ने समय रहते उसकी जान बचा ली। लेटलतीफी ने भी किया परेशान
त्योहारी सप्ताह में भी ट्रेनों की लेटलतीफी जारी रही। देहरादून से नई दिल्ली को जाने वाली जनशताब्दी अपने तय समय से दो घंटे 12 मिनट की देरी से सुबह 11.47 बजे सिटी स्टेशन पहुंची। वहीं सुपर एक्सप्रेस 32 मिनट और उत्कल एक्सप्रेस भी 42 मिनट की देरी से सिटी स्टेशन पहुंची। इसके अलावा प्रयागराज से चलकर वाया लखनऊ से आने वाली नौचंदी एक्सप्रेस अपने तय समय से एक घंटे 47 मिनट की देरी से सुबह 8.57 बजे पहुंची। संगम एक्सप्रेस अपने तय समय से चार घंटे 35 मिनट की देरी से सुबह 11 बजे पहुंची।