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मंदिर परिसर में साधु को समाधि देने का विरोध

नगर के प्राचीन महादेव मंदिर परिसर में गुरुवार दोपहर साधु को समाधि देने का एक महिला ने विरोध करते हुए हंगामा कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Feb 2021 07:55 PM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 07:55 PM (IST)
मंदिर परिसर में साधु को समाधि देने का विरोध

मेरठ, जेएनएन। नगर के प्राचीन महादेव मंदिर परिसर में गुरुवार दोपहर साधु को समाधि देने का एक महिला ने विरोध करते हुए हंगामा कर दिया। महिला ने उक्त जमीन को पैतृक संपत्ति बताया। विरोध बढ़ने के दौरान पुलिस की मौजूदगी में श्रद्धालुओं ने गड्ढा खोदकर साधु को समाधि दिला दी।

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मवाना रोड पर महादेव मंदिर में करीब तीस वर्षो से 85 वर्षीय साधु अर्जुन सिंह रहते थे। बुधवार रात उनका शरीर पूरा होने पर श्रद्धालुओं व शुक्रताल से आए महंत मदन गिरी मंदिर परिसर में ही गड्ढा खोदकर समाधि की रस्म पूरी कराने लगे। इस बीच मोहल्ला पूठी दरवाजा निवासी अनीता पत्नी श्रीराम स्वजन के साथ पहुंच गयी और मंदिर की संपत्ति को पैतृक संपत्ति बताते हुए समाधि दिलाने का विरोध किया। इस बीच दारोगा उधम सिंह तालान पुलिसबल के साथ पहुंच गए और दोनों तरफ से हुई तनातनी को शांत किया। इस बीच साधु के शरीर को समाधि दिला दी। वहीं, राजेंद्र आदि लोगों ने कहा यह मंदिर सार्वजनिक संपत्ति है। इसका रकबा पौने चार बीघा है। उनका आरोप है कि महिला द्वारा परिसर में लगे आम के हरे पेड़ भी कटवा दिए गए और करीब 18 सौ वर्ग गज जमीन भी बेच दी। उक्त मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस दौरान हनुमंत गिरी, स्वामी विजयानंद सरस्वती समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

इन्होंने कहा..

दयालपुर निवासी साधु करीब तीस वर्ष से मंदिर में रह रहे थे। शरीर पूरा होने पर परिसर में ही साधु को लोगों ने समाधि दिला दी। संपत्ति के विवाद का मामला राजस्व विभाग का है। पुलिस शांति व्यवस्था बनाने गई थी।

आनंद प्रकाश मिश्रा, एसओ परीक्षितगढ़


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