मेरठ में बीएड और बीटीसी कालेजों की जांच का विरोध, कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन Meerut News
मेरठ में समाज कल्याण विभाग द्वारा जिले के 298 बीएड व बीटीसी पाठ्यक्रम संचालित करने वाले महाविद्यालयों की जांच कराए जाने के फैसले का संचालकों ने जमकर विरोध किया है। सोमवार को इन्होंने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन के साथ ही ज्ञापन भी सौंपा।
मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सेल्फ फाइनेंस टीचिंग इंस्टीट्यूशन एसोसिएशन ने समाज कल्याण विभाग द्वारा जिले के 298 बीएड व बीटीसी पाठ्यक्रम संचालित करने वाले महाविद्यालयों की जांच कराने का संचालकों ने विरोध किया। साथ ही कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर डीएम के माध्यम से प्रमुख सचिव को ज्ञापन भेजा। कालेज संचालकों का कहना है कि समाज कल्याण विभाग को मान्यता, भूमि, भवन व शिक्षकों का सत्यापन का अधिकार किसी भी शासनादेश में नहीं है। जबकि कालेज व संस्थान सात माह से बंद पड़े हैं। तब इस जांच का अभी कोई औचित्य नहीं है।
अन्य स्थानों पर जारी है हड़ताल
उनका यह भी कहना था कि जांच के विरोध में प्रदेश के गाजीपुर, मथुरा, मुरादाबाद आदि जनपदों में अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। इस कारण जनपद मेरठ के सभी बीएड व बीटीसी महाविद्यालय भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने और पूर्ण तालाबंदी के लिए बाध्य होंगे। यह निर्णय गत 12 अक्टूबर को लिया जा चुका है। उनकी मांग है कि जब तक शासन द्वारा गठित जांच समिति निरस्त नहीं होती तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। क्योंकि पूर्व में बीटीसी संस्थानों का भौतिक सत्यापन एवं स्थलीय निरीक्षण के मामले में माननीय उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में वाद लंबित है। इस पर जांच कराना गलत है। उन्होंने मांग की कि नियम विरुद्ध इस तरह की कार्रवाई को रोका जाए।
यह रहे शामिल
प्रदर्शन और ज्ञापन देने वालों में डा सोरन सिंह, डॉ आकाश, डा योगेश बालियान, संजीव तोमर, अमित कंसल, पुखराज, चांद वीर सिंह, नवीन चौधरी, विक्रांत चौधरी, प्रवीण मित्तल, अंकित गर्ग और चांद वीर सिंह आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।