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नायब तहसीलदार की संपत्ति की होगी जांच

मेरठ में चार साल से तैनात नायब तहसीलदार रूबी सिंह पर भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति जुटाने का आरोप है। विधायक बुढ़ाना के भतीजे व अन्य लोगों की शिकायत पर शासन ने डीएम को जांच का आदेश दिया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 09:35 AM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 09:35 AM (IST)
नायब तहसीलदार की संपत्ति की होगी जांच

मेरठ, जेएनएन। मेरठ में चार साल से तैनात नायब तहसीलदार रूबी सिंह पर भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति जुटाने का आरोप है। विधायक बुढ़ाना के भतीजे व अन्य लोगों की शिकायत पर शासन ने डीएम को जांच का आदेश दिया है। आरोपित नायब तहसीलदार का हाल ही में ट्रेजरी अधिकारी पद पर चयन हो गया था। वे वहां ज्वाइन भी कर चुकी हैं।

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रुबी सिंह मेरठ में चार साल से नायब तहसीलदार पद पर तैनात हैं। बुढ़ाना विधायक उमेश मलिक का भतीजा शोभित मलिक, अधिवक्ता भूप सिंह, शेर सिंह, मनीष समेत कई लोगों के हस्ताक्षर से प्रमुख सचिव राजस्व को भेजी गई शिकायत में आरोप लगाया है कि इस दौरान उन्होंने दाखिल खारिज के वाद, जमीनों की श्रेणी परिवर्तन, कम स्टांप के मामलों की जांच में मनमानी की तथा राशन की दुकानों से वसूली की। इस दौरान उन्होंने चार पहिया वाहन और बिना विभागीय अनुमति के ही पल्लवपुरम में 211 मीटर का एक भूखंड खरीद लिया। इसकी कीमत 37 लाख दिखाते हुए 4.75 लाख रुपये का नगद भुगतान करके स्टांप खरीदा और सितंबर 2019 में बैनामा कराया। आरोप लगाया गया है कि उन्होंने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है। इनके कार्यों की गहनता से जांच कराकर कार्रवाई की मांग की गई है।

भ्रष्टाचार की इस शिकायत पर शासन ने भी गंभीरता दिखाई है। विशेष सचिव महेंद्र सिंह ने जिलाधिकारी मेरठ से एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट मांगी है। वहीं डीएम ने यह जांच एडीएम प्रशासन मदन सिंह गब्र्याल को सौंपी है। एडीएम प्रशासन ने बताया कि जल्द यह जांच पूरी की जाएगी। अब ट्रेजरी अधिकारी हैं रूबी सिंह

आरोपित अधिकारी रूबी सिंह अब नायब तहसीलदार नहीं हैं। हाल ही में उनका चयन ट्रेजरी अधिकारी के रूप में हुआ है और उन्होंने इस पद पर मेरठ में ही ज्वाइन भी कर लिया है। इस संबंध में उनसे बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच आफ था।


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