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Meerut News: आफत बनी बेमौसम बरसात, शहर में रात भर गायब रही बिजली, सुबह पीने के पानी के लिए मचा हाहाकार

Meerut News बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में बिजली कट गई जो सुबह के समय भी सुचारू नहीं हुई। पीने के पानी के लिए लोग तरस गए। जहां पानी आया भी वहां प्रेशर कम था। शहर में बिजली फाल्ट सही नहीं हुए।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaSun, 19 Mar 2023 08:07 AM (IST)
Meerut News: आफत बनी बेमौसम बरसात, शहर में रात भर गायब रही बिजली, सुबह पीने के पानी के लिए मचा हाहाकार
Meerut News:आफत बनी बेमौसम बारिश, पीने के पानी की समस्या।

मेरठ, जागरण टीम। मेरठ जिले में शनिवार दोपहर डेढ़ बजे बारिश के बाद से लड़खड़ाई बिजली आपूर्ति रविवार की सुबह तक पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी। पलेहड़ा, पल्लवपुरम फेज एक कंकरखेड़ा की बिजली अभी भी बाधित है। वहीं,गंगानगर, तोपखाना, भगवत पुरा अमन विहार ,शारदा रोड समेत दर्जनों मोहल्लों में रात भर बिजली गायब रही। जिससे रात में पानी की टंकियां नहीं भर सकीं। शहर में बिजली के साथ पानी का हाहाकार मच गया है।

नलकूपों से शुरू की गई सप्लाई

रविवार सुबह जलकल अनुभाग ने जिन मुहल्लों की पानी टंकी नहीं भर सकीं। वहां पर सीधे नलकूपों से सप्लाई शुरू की गई है। कंकरखेड़ा की बिजली आपूर्ति रात में गुल होने से गंगाजल आपूर्ति भी चरमरा गई है। भोला की झाल स्थित 100 एम एल डी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से रात में शहर के भुमिगत जलाशय पुरी तरह से नहीं भर सके। सुबह गंगाजल की आपूर्ति शुरू की गई। लेकिन प्रेशर कम होने से मोहल्लों में गंगाजल दूसरी मंजिल तक नहीं पहुंच रहा है।

बिजली के साथ जलापूर्ति शुरू की जा रही

जलकल अनुभाग के अधिकारियों का कहना है कि बिजली आपूर्ति जैसे मिल रही है वैसे ही जलापूर्ति शुरू की जा रही है। पानी की टंकियां और भुमिगत जलाशय भरने पर प्राथमिकता है। पानी के टैंकर भी भरकर खड़े किए जा रहे हैं। रात अंधेरे में जैसे तैसे लोगों ने काट ली लेकिन पेयजल किल्लत से उनकी दिनचर्या बिगड़ रही है। कामकाजी लोगों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है। बिजली न होने से लोगों के घरों में लगे सबमर्सिबल पंप भी नहीं चल पा रहे।

मेरठ जोन में 300 से अधिक ब्रेकडाउन

जानकारी के मुताबिक मेरठ जोन में 300 से अधिक ब्रेकडाउन हुए हैं। फाल्ट अटेंड नहीं होने से बिजली आपूर्ति बहाल करने में निजी कर्मचारियों को 12 से 15 घंटे का समय लग रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बिजली उपकेंद्र बंद है। जिला प्रशासन ने देर रात अन्य विभागों के अभियंताओं को ड्यूटी पर लगाकर व्यवस्था संभालने की कोशिश की ।