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विदेश भेजने का झांसा देकर युवाओं को ठग रहे 'कबूतरबाजाेें' के पर कतरेगी पुलिस

विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गोपनीय सूचना जुटाकर पुलिस डाटाबेस तैयार करेगी जिसके बाद उन्‍हें जेल भेजा जाएगा।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 03 Mar 2019 12:45 PM (IST)Updated: Sun, 03 Mar 2019 02:30 PM (IST)
विदेश भेजने का झांसा देकर युवाओं को ठग रहे 'कबूतरबाजाेें' के पर कतरेगी पुलिस
विदेश भेजने का झांसा देकर युवाओं को ठग रहे 'कबूतरबाजाेें' के पर कतरेगी पुलिस
मेरठ, जेएनएन। विदेश भेजने के नाम पर बेरोजगारों व युवाओं को ठगने का धंधा जोरों पर है। मेरठ में भी कबूतरबाजों की फौज परवाज भर रही है। लेकिन कुछ दिन पहले मवाना के युवक को लेकर शिकायत और शनिवार को एसपी देहात के पास सऊदी में फंसे होने का फोन आने पर पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस ने अब कबूतरबाजों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।
गोपनीय सूचना जुटाकर कार्रवाई करेगी पुलिस
बीते दिनों मवाना के एक युवक को नौकरी के नाम पर सऊदी अरब भेजने और शेख को बेच देने का मामला सामने आया था। इसके बाद तत्कालीन कप्तान अखिलेश कुमार ने कबूतरबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में अब सरूरपुर के युवक के सऊदी अरब में फंसे होने का मामला सामने आया है। इसके बाद पुलिस ने कबूतरबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का फैसला लिया है। योजना के तहत जिन-जिन लोगों पर कबूतरबाजी के आरोप लगे या जो वर्तमान में इस धंधे में लिप्त हैं, गोपनीय सूचना जुटाकर पुलिस उनका डाटाबेस तैयार करेगी। जांच के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।
मवाना थाने में दर्ज हुआ पहला मामला
कबूतरबाजों के खिलाफ अभियान के तहत पहला मुकदमा 14 फरवरी को मवाना थाने में दर्ज हुआ था। गांव इकला रसूलपुर निवासी मोहम्मद सालिम पुत्र इमरान ने बताया था कि उसका भाई मोहम्मद अहमद आलिम ड्राइवर है। 10 सितंबर 2018 को उसके घर पर गांव खानपुर बांगर निवासी नवेद पुत्र इस्लाम आया। कहा कि सऊदी अरब की कई कंपनियों में उसकी अच्छी पकड़ है। वहां ड्राइवर का काम दिला देगा। प्रतिमाह 21 सौ रियाल (37,500 रुपये) पगार तथा खाना, ओवरटाइम भी मिलेगा। 10 अक्टूबर 2018 नवेद व उसके पिता ने ढाई लाख रुपये लेकर 13 अक्टूबर 2018 को आलिम को सऊदी भेज दिया। सालिम का आरोप है कि एक महीने पहले आलिम का फोन आया। उसने बताया कि नवेद ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। उसे किसी कंपनी में नहीं लगाया, बल्कि उसे एक शेख को बेच दिया गया है। शेख उससे पत्थर तुड़वाता है, घर का कूड़ा उड़वाता है। कई-कई दिन भूखा रखा जाता है।
हर महीने मोटी कमाई के लालच में करते हैं ठगी
कबूतरबाजी के धंधे में लिप्त हर महीने मोटी रकम का लालच देकर बेरोजगारों व युवाओं को ठगते हैं। पुलिस के मुताबिक दलाल और कबूतरबाज पैसे लेकर पासपोर्ट की जानकारियां और मुहर तक बदल देते हैं। तमाम अधिकारियों और इमिग्रेशन विभाग की फर्जी मुहर भी लगा देते हैं। पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया ऑनलाइन है, लेकिन जानकारी के अभाव में कम पढ़े-लिखे लोग कबूतरबाजों के झांसे में आकर ठगे जाते हैं।
इनका कहना है
विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लोगों से भी अपील है कि पैसे लेकर विदेश भेजने वालों के झांसे में न आएं।
-नितिन तिवारी, एसएसपी 

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