स्मृति दिवस : पुलिस बल के अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित
पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन और रैपिड एक्शन फोर्स (108 बटालियन) में शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 05:15 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 05:32 PM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। स्मृति दिवस के मौके पर पुलिस लाइन और रैपिड एक्शन फोर्स (108 बटालियन) में कार्यक्रम हुए। अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। उनके परिजनों को सांत्वना देकर उनके अदम्य साहस के बारे में जवानों को बताया गया।
एडीजी ने दी श्रद्धांजलि
रविवार सुबह आठ बजे पुलिस लाइन में कार्यक्रम हुआ, जिसमें एडीजी जोन प्रशांत कुमार समेत जिले के तमाम अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित किए। एडीजी ने कहा कि पुलिस बल के वीर शहीदों ने अपने सर्वोच्च बलिदान से पुलिस महकमे का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने अदम्य साहस दिखाते हुए प्राणों की आहुतियां दे दी। उन्होंने बताया कि शामली के कैराना में वाजिदपुर गांव के शहीद आरक्षी अंकित तोमर ने अपने प्राणों का बलिदान कर दिया। इसी तरह खीरी जिले के लीडिंग फायरमैन कमलकांत तिवारी ने भी आग बुझाते समय अपने प्राण त्याग दिए। बिजनौर के आरक्षी दीपक कुमार व बृजेश मिश्रा का भी सड़क हादसे में निधन हो गया था। इन जवानों के शौर्य को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।
ईमानदारी और निष्ठा से निभाएं कर्तव्य
उन्होंने पुलिसकर्मियों से आह्वान किया कि वह पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। इस दौरान शहीदों को सलामी दी गई। यह देखकर शहीदों के परिजनों की आंखों में आंसू आ गए। अधिकारियों ने उनका ढांढस बंधाया।
आरएएफ बटालियन में कार्यक्रम
आरएएफ बटालियन में भी स्मृति दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुआ, जहां द्वितीय कमान अधिकारी केएम बुनकर ने बताया कि इस क्षेत्र के सीआरपीएफ के चार जवान शहीद हुए। उनकी शौर्यगाथा से जवानों को अवगत कराया गया। इस मौके पर रेपो प्रभारी शिल्पा कुमार ने कहा कि जवानों के इस बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। इससे पूर्व सलामी हुई और अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
एडीजी ने दी श्रद्धांजलि
रविवार सुबह आठ बजे पुलिस लाइन में कार्यक्रम हुआ, जिसमें एडीजी जोन प्रशांत कुमार समेत जिले के तमाम अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित किए। एडीजी ने कहा कि पुलिस बल के वीर शहीदों ने अपने सर्वोच्च बलिदान से पुलिस महकमे का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने अदम्य साहस दिखाते हुए प्राणों की आहुतियां दे दी। उन्होंने बताया कि शामली के कैराना में वाजिदपुर गांव के शहीद आरक्षी अंकित तोमर ने अपने प्राणों का बलिदान कर दिया। इसी तरह खीरी जिले के लीडिंग फायरमैन कमलकांत तिवारी ने भी आग बुझाते समय अपने प्राण त्याग दिए। बिजनौर के आरक्षी दीपक कुमार व बृजेश मिश्रा का भी सड़क हादसे में निधन हो गया था। इन जवानों के शौर्य को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।
ईमानदारी और निष्ठा से निभाएं कर्तव्य
उन्होंने पुलिसकर्मियों से आह्वान किया कि वह पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। इस दौरान शहीदों को सलामी दी गई। यह देखकर शहीदों के परिजनों की आंखों में आंसू आ गए। अधिकारियों ने उनका ढांढस बंधाया।
आरएएफ बटालियन में कार्यक्रम
आरएएफ बटालियन में भी स्मृति दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुआ, जहां द्वितीय कमान अधिकारी केएम बुनकर ने बताया कि इस क्षेत्र के सीआरपीएफ के चार जवान शहीद हुए। उनकी शौर्यगाथा से जवानों को अवगत कराया गया। इस मौके पर रेपो प्रभारी शिल्पा कुमार ने कहा कि जवानों के इस बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। इससे पूर्व सलामी हुई और अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
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