Meerut News: मेरठ के सरधना में कांस्टेबल के छोटे भाई की पीट-पीटकर हत्या, बाइक में मांझा आने पर हुआ था विवाद
मेरठ के बहादरपुर गांव में गुरुवार को बाइक में मांझा आने पर शुरु हुए विवाद में सिपाही के छोटे भाई की लात-घूसों व लाठी-डंडों से पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज आरोपितों की तलाश शुरु कर दी है।
सरधना, जागरण संवाददाता। थाना क्षेत्र के बहादरपुर गांव में कांस्टेबल के छोटे भाई से आरोपित का बाइक में मांझा आने को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान आरोपित ने मारपीट कर दी। हालांकि, ग्रामीणों ने दो बार आरोपित को समझाबुझाकर शांत कर दिया। लेकिन, तीसरी बार आरोपित परिवार के साथ पीड़ित के घर में घुस गया और लात-घूसों व लाठी-डंडों से पीट पीटकर युवक की हत्या कर दी। पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बहारदरपुर निवासी उम्र 22 वर्ष विशाल उर्फ छोटू पुत्र प्रमोद का बड़ा भाई गवेंद्र शाहजहांपुर जिले के रोजा थाने में कांस्टेबल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार को विशाल अपने घर से कुछ मीटर की दूरी पर पतंग उड़ाकर घर आ रहा था। आरोप है कि तभी अपने घर से उधर सिंह पुत्र नरपत बाइक से कहीं जा रहा था। चार कदम पर ही उसकी बाइक में मांझा आ गया। इस पर आरोपित ने विशाल के साथ मारपीट शुरू कर दी।
शोर-शराबा होने पर प्रमोद मौके पर पहुंचा और आसपास के लोगों ने बीच-बचाव करा दिया। इसके बाद आरोपित ने विशाल को दूबारा पीट दिया। प्रमोद ने तहरीर में बताया कि शाम को आरोपित नरपत पुत्र टेकराम, बेटा उधम सिंह, वीशू व रचित और नरपत की पत्नी सरला एक राय होकर घर में घुस गए। इसके बाद आरोपितों ने विशाल पर लाठी-डंडों व लात-घूसों से बेरहमी से मारपीट कर शुरू कर दी। इस दौरान प्रमोद ने बचाने का भी प्रयास किया। लेकिन, आरोपिताें ने उसे धक्का देकर भाग जाने की धमकी दे दी। तभी विशाल की मौत हो गई। फिलहाल, पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बेटे को बचाने को पिता के हाथ जोड़ने पर नहीं माना आरोपित
ग्रामीणों ने बताया कि जब पहली बार आरोपित उधम सिंह विशाल को पीट रहा था। तभी उसके पिता प्रमोद ने मौके पर पहुंचकर आरोपित के सामने हाथ जोड़े। लेकिन, उसका दिल नहीं पसीजा और पीटता रहा। तभी ग्रामीणों ने आरोपित को समझाबुझाकर शांत कर दिया।
24 घंटे बाद भी पुलिस आरोपितों तक नहीं पहुंच पाई
विशाल के घर से आरोपित का घर करीब सौ से सवा सौ मीटर की दूरी पर ही है। सूचना पर पुलिस भी आ गई थी। आरोप है कि पुलिस ने अभी तक आरोपितों के घर पर दस्तक नहीं दी। अगर पुलिस समय रहते आरोपितों को पकड़ लेती तो वह फरार नहीं होते।