प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रखेंगे 283 उद्योगों की आधारशिला, मेरठ में 14 हजार को मिलेगा रोजगार
employment in Meerut यह मेरठ के लिए बड़े ही गर्व की बात है कि माइक्रोसाफ्ट अडानी रिलायंस आइटीसी बिरला जैसी कंपनियां यहां पर कर रहीं निवेश। आइटी इलेक्ट्रानिक्स फूड प्रोसेसिंग की नई औद्योगिक इकाइयां होंगी स्थापित। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर मिलेंगे।
प्रदीप द्विवेदी, मेरठ। तीन जून को मेरठ को बहुत बड़ी खुशखबर मिलने जा रही है। माइक्रोसाफ्ट, अडानी, रिलायंस, आइटीसी, बिरला जैसी दिग्गज कंपनियों की इकाई मेरठ में स्थापित होने जा रही हैं। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उद्योगों की आधारशिला रखेंगे। मेरठ के लिए 283 इकाई का शिलान्यास होगा।
14 हजार रोजगार पैदा होंगे
इन इकाइयों से करीब 14 हजार रोजगार पैदा होंगे। उस कार्यक्रम में पूरे प्रदेश के लिए 75,000 करोड़ रुपये से अधिक की 1,500 निवेश परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी। इनमें से 21,000 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) और इलेक्ट्रानिक क्षेत्रों की हैं। सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र में 3586 करोड़ रुपये के निवेश से 865 औद्योगिक इकाइयां पूरे प्रदेश में खुलने जा रही हैं, इनमें से सबसे ज्यादा 283 एमएसएमई इकाइयां मेरठ में स्थापित की जाएंगी। इसमें आइटी, इलेक्ट्रानिक्स, फूड प्रोसेसिंग की नई औद्योगिक इकाइयां शामिल हैं। इसके तहत मेरठ को 702 करोड़ रुपये का निवेश मिल रहा है।
बड़ा निवेश है, मेरठ को लाभ मिलेगा
पूरे उत्तर प्रदेश में माइक्रोसाफ्ट साफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर के लिए 2100 करोड़ रुपये, डाटा सेंटर के लिए अडानी समूह 4900 करोड़, डाटा सेंटर पर हीरानंदानी ग्रुप 9100 करोड़ रुपये निवेश कर रही है। इसी तरह से आइटीसी फूड प्रोसेसिंग में निवेश करेगी। रिलायंस व बिरला की भी तमाम योजनाएं हैं। इस निवेश का पूरा लाभ मेरठ को मिलेगा।
एनसीआर में अब मेरठ है प्रमुख
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन आइआइए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज गुप्ता का कहना है मोदी और योगी सरकार का मुख्य ध्यान अब मेरठ पर है। आइटी पार्क स्थापित हो गया है, कई तकनीकी कालेज हैं। नजदीक ही नोएडा है इसलिए सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) और इलेक्ट्रानिक क्षेत्र की इकाइयों पर ध्यान दिया गया है। मेरठ में कृषि विश्वविद्यालय व राष्ट्रीय आलू अनुसंधान संस्थान है, इसलिए कृषि क्षेत्र की भी इकाइयों को बढ़ावा दिया जा रहा है। खेल उत्पाद में यह वन सिटी वन प्रोडक्ट में शामिल है, इसलिए इस क्षेत्र की इकाइयां स्वाभाविक रूप से रहेंगी। बड़े स्तर पर उद्योग स्थापित हों इसीलिए इस बार महायोजना में औद्योगिक भूउपयोग बड़े स्तर पर रखे गए हैं। उपायुक्त उद्योग वीके कौशल ने बताया कि सरकार ने कनेक्टिविटी सुधार कर मेरठ में निवेश की बड़ी संभावनाएं पैदा कर दी हैं।