मेरठ में खिलाड़ियों को जल्द मिलेगा एस्ट्रो टर्फ पर खेलने का मौका, स्टेडियम का निरीक्षण करने पहुंचे संयुक्त खेल निदेशक
मेरठ और सहारनपुर में बन रहे खेलो इंडिया के तहत हॉकी एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड और सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक का निरीक्षण करने मेरठ आए प्रदेश के संयुक्त खेल निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि कोविड-19 के कारण एस्ट्रोटर्फ का काम धीमा पड़ गया था।
मेरठ, जेएनएन। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बन रहे हॉकी एस्ट्रोटर्फ पर जल्द ही खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलेगा। यह मौका इसी साल 1 से 2 महीने में मिल सकता है। मेरठ और सहारनपुर में बन रहे खेलो इंडिया के तहत हॉकी एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड और सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक का निरीक्षण करने मेरठ आए प्रदेश के संयुक्त खेल निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि कोविड-19 के कारण एस्ट्रोटर्फ का काम धीमा पड़ गया, लेकिन शासन की कोशिश है कि जल्द से जल्द इसका काम पूरा कर खिलाड़ियों को खेलने का अवसर प्रदान किया जाए।
पहले भी निरीक्षण करने आए हैं संयुक्त खेल निदेशक
संयुक्त खेल निदेशक अनिल कुमार पहले भी एस्ट्रोटर्फ का निरीक्षण करने मेरठ आ चुके हैं। जब कंक्रीट बिछने के बाद इस पर नीचे से घास निकल आई थी। उन्होंने उस समय भी निर्माण एजेंसी को सख्त निर्देश दिए थे और एस्ट्रोटर्फ का काम ठीक से करने को कहा था। अनिल कुमार ने बताया कि एस्ट्रोटर्फ बिछाने का काम लगभग पूरा हो गया है। अब इसके साथ चारों ओर की जगह व्यवस्थित होने के बाद चेंजिंग रूम भी जल्द से जल्द बना लिया जाएगा। कार्य पूरा होते ही इसका शुभारंभ करेंगे।
प्रदेश में कोच की स्थिति
प्रदेश में कोच की स्थिति खराब होने को लेकर पूछे जाने पर अनिल कुमार ने कहा कि प्रदेश में पोर्टल के माध्यम से करीब 450 कोचेस की नियुक्ति की गई है। यह संख्या पर्याप्त नहीं है, लेकिन आगे भी इसके प्रयास किए जाएंगे। बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश में परमानेंट कोचेस की संख्या बढ़ाने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। वर्तमान में प्रदेश भर में करीब सवा सौ परमानेंट कोच के पद हैं जिसे बढ़ाकर 275 किया जाएगा। इसके अलावा खेलो इंडिया स्कीम के अंतर्गत हर जिले में एक खेल के प्रशिक्षण के लिए एकेडमी खोली जा रही है। मेरठ में एथलेटिक्स खेल को चुना गया है।
इस बाबत कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में ही एथलेटिक की ट्रेनिंग अकेडमी शुरू होगी। इस बाबत प्रदेश के हर जिले में एक कोच नियुक्त होंगे। यहां जो भी कोच नियुक्त होंगे उनका पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी। इसमें खेल के कोच और खेल से संबंधित सभी उपकरणों को केंद्र सरकार की ओर से मुहैया कराया जाएगा।