खेल को मैदान पर खेलो, मोबाइल पर नहीं
विजेताओं को स्वर्ण पदक और ट्राफी देकर सम्मानित किया गया।
जागरण संवाददाता, मेरठ : सीबीएसई की नार्थ जोन हॉकी अंडर-17, अंडर-19 गर्ल्स और ब्वायज चैंपियनशिप में चार दिन तक 51 स्कूलों की टीमों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में मेजबान डीएवी स्कूल के बच्चों ने दमदार प्रदर्शन से मनमोह लिया। विजेताओं को स्वर्ण पदक और ट्राफी देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि एसएसपी अखिलेश कुमार ने बच्चों को खेल को मैदान पर खेलने का संदेश दिया और मोबाइल पर खेलने से मना किया। पूर्व ओलंपियन और अर्जुन अवार्डी देवेश सिंह चौहान ने भी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया। डीएवी की प्रिंसिपल डा. अल्पना शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया। इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष जेएन त्यागी सहित अन्य समापन में उपस्थित रहे।
जीवन में शार्टकट के लिए जगह नहीं
ओलंपियन और अर्जुन अवार्डी देवेश सिंह चौहान भी समापन समारोह में पहुंचे। इस समय इंडियन आयल में हॉकी की कोचिंग कर रहे देवेश ने कहा कि हॉकी ने उन्हें बहुत कुछ दिया। अब वह नए खिलाड़ियों को हॉकी की कोचिंग दे रहे हैं। इंडियन आयल की टीम बहुत मजबूत है। तीन खिलाड़ी हॉकी की इंडिया टीम में भी हैं। हॉकी की बेहतरी के लिए उन्होंने स्कूल स्तर पर हॉकी को बढ़ावा देने के लिए कहा। उन्होंने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जीवन हो या खेल, कहीं भी शार्टकट के लिए जगह नहीं है। हार्ड वर्क करने वाले ही सफलता हासिल करते हैं। इस खेल में आने वाले खिलाड़ियों को अपना शतप्रतिशत देना होगा। खेल को यह समझ कर नहीं खेलना चाहिए कि सभी लोग टीम इंडिया में ही पहुंच जाएंगे। जीवन में फिटनेस और अनुशासन के लिए भी खेल जरूरी है।
नार्थ जोन के विजेता
अंडर-17 ब्वायज
जेकेजी इंटरनेशनल गाजियाबाद को स्वर्ण पदक, आक ग्रोव स्कूल को रजत, विद्या स्कूल गाजियाबाद को कांस्य पदक मिला। चौथे स्थान पर डीएवी मेरठ की टीम रही।
अंडर- 19 ब्वायज
कान्वेंट आफ गगन भारती नई दिल्ली को स्वर्ण, गुरुकुल द स्कूल गाजियाबाद को रजत, श्रीराम विद्या मंदिर स्कूल हरिद्वार को कांस्य पदक मिला। चौथे स्थान पर द आर्मी पब्लिक स्कूल दिल्ली की टीम रही।
अंडर-17 गर्ल्स
जनरल राज स्कूल नई दिल्ली को स्वर्ण पदक, सेंट पाल स्कूल रामपुर को रजत, सचदेवा पब्लिक स्कूल दिल्ली और जेकेजी इंटरनेशनल गाजियाबाद को कांस्य पदक मिला।
अंडर- 19 गर्ल्स
श्रीराम विद्या मंदिर स्कूल हरिद्वार को स्वर्ण पदक, डीएमए स्कूल रामपुर को रजत और सेंट मेरीज स्कूल रामपुर को कांस्य पदक मिला।